अमूल का 80 हजार करोड़ के कारोबार का लक्ष्य, फिलहाल है 72,000 करोड़
मुंबई- भारत की सबसे बड़ी FMCG ब्रांड अमूल ने वित्त वर्ष 2023-24 में 80,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल करने का लक्ष्य रखा है। रोजमर्रा के सामान बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी अमूल ने वित्त वर्ष 2022-23 में 18.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और करीब 72,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर दर्ज किया।
GCMMF के प्रभारी एमडी जयेन मेहता ने कहा, ‘पिछले साल उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली और हम उम्मीद करते हैं कि ऐसी ही रफ्तार इस साल भी बरकरार रहेगी। हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक कंपनी का टर्नओवर 65,000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच जाएगा।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) गुजरात के सभी डेयरी सहकारी संघों और अमूल ब्रांड के मार्केटर्स का शीर्ष संगठन है। इसने वित्त वर्ष 23 (FY22-23) में करीब 55,074 करोड़ का कारोबार दर्ज किया था। GCMMF की योजना 2025 तक करीब 1,00,000 करोड़ का बिक्री कारोबार हासिल करने और अगले सात वर्षों में 20 प्रतिशत से अधिक की सालाना चक्रवृद्धि दर (CAGR) के साथ बढ़ने की है।
अमूल ने वर्ष 2022-23 में अपने उपभोक्ता उत्पादों के लिए काफी तेज बढ़ोतरी देखी। बिक्री की बात करें तो अमूल के दूध आधारित ड्रिंक्स प्रोडक्ट्स में 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली वहीं आइसक्रीम में 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
मेहता ने कहा, ‘हमारी सभी कैटेगरी में लगातार अच्छी वृद्धि दर है, भले ही भारी बारिश के कारण पहली तिमाही में आइसक्रीम, छाछ और दूध आधारित पेय पदार्थों का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा। लेकिन, हमारा बेस मजबूत था और हम बेहतर ग्रोथ हासिल करने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि गर्मियां कम आने वाली हैं, जिन उत्पादों ने गर्मियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, वे आने वाले सीजन में ग्रोथ हासिल करने में मदद करेंगे।
आगामी त्योहारी सीजन में इस विकास की रफ्तार को जारी रखने के लिए, ग्रुप ने त्योहारी सीजन से पहले कई उत्पाद लॉन्च किए हैं। मेहता ने कहा, ‘हम अगले एक से डेढ़ महीने में ऑर्गेनिक चाय, चीनी, गुड़ और मसालों के लॉन्च के साथ अपनी ऑर्गेनिक रेंज को मजबूत करेंगे। इससे हमें विकास की बहुत अच्छी रफ्तार मिलेगी।’
वर्तमान में अमूल के ऑर्गेनिक पोर्टफोलियो में आटा, दाल, चावल और कई अनाज शामिल हैं। ग्रुप अपनी हाई प्रोटीन रेंज को लेकर भी उत्साहित है और अगले 15 दिनों में हाई प्रोटीन दही के लॉन्च के साथ इसे मजबूत करेगा। मेहता ने बताया कि इस रेंज के अन्य उत्पादों में चॉकलेट, दूध, कुकीज और आइसक्रीम शामिल होंगे और इन्हें अगले दो महीनों के भीतर लॉन्च किया जाएगा।
मेहता ने आगे कहा, अमूल के पास ‘देश भर में हर एक उत्पाद श्रेणी’ के लिए बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना है। ग्रुप की नई 20 लाख लीटर प्रतिदिन की राजकोट स्थित दूध प्रोसेसिंग फैसिलिटी अगले साल के अंत तक तैयार हो जाएगी। मेहता ने बताया कि वाराणसी और उज्जैन में नए प्लांट तैयार हैं और इस साल चालू हो जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास विस्तार के तहत सात-आठ नई आइसक्रीम फैसिलिटीज हैं और हम दो वर्षों में अपनी कैपासिटी दोगुनी कर देंगे।’ ग्रुप की योजना अगले डेढ़ साल में 100-112 नए प्लांट लगाने की है। अमूल को प्रति दिन 300 लाख लीटर दूध की औसत खरीद को पार करने की उम्मीद है।’