कल्याण ज्वेलर्स से सोना खरीदते हैं तो सावधान, मोम मिलाकर बिक रहा है सोना 

मुंबई- अगर आप ब्रांडेड या बड़े ज्वेलर्स से सोना खरीद रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। खासकर तब जब इन ब्रांडों के प्रचार में बड़े बड़े सेलिब्रिटी यानी फिल्मी और क्रिकेट की दुनिया के सितारे लगे रहते हैं। ताजा मामला कल्याण ज्वेलर्स का है जिसने गहनों में मोम मिलाकर दिया है।  

राष्ट्रवादी हिंदू महासभा के महासचिव विवेक पांडे ने इस मामले में एक ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने कल्याण ज्वेलर्स के एक बिल का उदाहरण दिया है। उनके मुताबिक, ये घटना त्रिवेन्द्रम स्तिथ कल्याण ज्वेलर्स की है। एक पिता नें 29 नवंबर, 2013 को अपनी बेटी की शादी के लिए एक नेकलेस खरीदा जिसका कुल वजन 49.580 ग्राम था तथा डिजाइनर स्टोन का वजन घटाने के बाद लगभग 43.500 ग्राम।  

17 मार्च, 2018 को जब ग्राहक इस नेकलेस को बैंक के पास गिरवी रखने के लिए गये तो उन्हें झटका लगा, क्योंकि बैंक के मुल्यांकनकर्ता ने जाँच के बाद बताया कि नेकलेस में सिर्फ 12 ग्राम के लगभग सोना है क्योंकि मोतियों के अंदर बाकी वैक्स यानी मोम भरा गया है। जब वो इस बात को लेकर वापस कल्याण ज्वेलर्स के पास गये तो वहां के ब्रांच मेनेजर ने बोला कि ये सही है कि ये वैक्स भरा जाता है और ये बात सभी को पता होती है। 

पांडे का कहना है कि ऐसा कौन व्यक्ति होगा जो मोम खरीदने के लिए सोने की कीमत चुकाएगा। यह तो सरासर ग्राहक को ठगने वाली बात है। पिता द्वारा विरोध जताने पर मेनेजर बोला कि चलिए हम ये नेकलेस वापस ले लेंगे तथा आपको आज के सोने के भाव पर पर आपको पैसे वापिस कर देंगे। (जितना सोना है)। लेकिन परिवार नहीं माना और बोला कि उन्हें वो वास्तविक रकम चाहिये जो उनसे खरीदते समय ली गई थी और उन्होंने नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कर दी। 

21मार्च, 2018 को कल्याण ज्वेलर्स के स्टाफ का एक सदस्य समझौता करने के लिए पुलिस स्टेशन आया और बोला कि हम ग्राहक की मांग अनुसार इन्हें इस नेकलेस की वही कीमत लौटा देंगे जो इनसे ली गई थी। पांडे कहते हैं कि ऐसे में इस तरह से सोना खरीदकर पुलिस स्टेशन की माथा पच्ची कौन करेगा। ऐसे में आपको अपने विश्वसनीय ज्वेलर्स से ही सोना खरीदना चाहिए न कि ऐसे बड़े बड़े ब्रांडों से। बड़े बड़े फ़िल्मी सितारे इनके ब्रांड के विज्ञापन करते हैं और हमारे अन्धविश्वास भारतीय उनकी बात मानकर ऐसे ब्रांडों वाले शोरूम में लुटने चल पड़ते हैं और इनके महलों को दुमहला बनाने में योगदान देते हैं। ऐसे ही जाने कितने लोगों को ये लोग ठग लेते हैं। ऐसा मेरे और आपके साथ भी घट सकता है।  

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