उड़ान योजना में 2024 तक देश में होंगे 100 हवाईअड्डे, अभी 74 एयरपोर्ट
नई दिल्ली। कम दूरी वाले हवाई अड्डे की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी की जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 2024 तक देश में ऐसे हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 100 तक करने का लक्ष्य है, जो अभी 74 है। उड़ान योजना को 2016 में शुरू किया गया था।
सिंधिया ने कहा, उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) के तहत आम यात्रियों को भी विमान में यात्रा करने का अवसर देने का लक्ष्य है। पिछले 6 साल में यात्रियों की संख्या दोगुनी हो गई है। हम दुनिया के विमानन क्षेत्र में इस समय तीसरा सबसे बड़ा बाजार हैं। जबकि 2030 तक हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश होंगे।
उन्होंने कहा, हमने देश के अंतिम छोर तक विमानन सेवाओं को पहुंचाने का लक्ष्य रखे हैं। उड़ान के तहत छोटे एयरक्राफ्ट को लाया जा रहा है। हमारा विश्वास है कि 2030 तक हमारा विमानन क्षेत्र उद्योग 3 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। भारत ने हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में हवाई अड्डों, विमानों और भर्ती में अरबों डॉलर का निवेश करने की योजना की रूपरेखा तैयार की।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि विकास में नए हवाई अड्डे, अधिक नियामक और हवाई यातायात नियंत्रक और नए उड़ान स्कूल शामिल होंगे। हमें नागरिक उड्डयन बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को 2047 तक भारत की 20 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था का समर्थन करने में सक्षम बनाने की जरूरत है। सरकार साल 2025 तक क्षेत्रीय उड़ानों पर 980 अरब रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। इसमें हवाई अड्डों का निर्माण और वर्तमान हवाई अड्डों का आधुनिकीकरण शामिल है।
सिंधिया ने कहा, देश के 6 प्रमुख हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या बढ़कर 42 करोड़ होने का अनुमान है जो अभी 19.2 करोड़ है। इसी दौरान भारतीय कंपनियों की एयरक्राफ्ट संख्या 700 से बढ़कर 2,000 हो जाएगी।
एअर इंडिया ने कहा है कि केबिन क्रू सदस्यों की कमी से वह अस्थाई तौर पर अमेरिका के कुछ रास्तों पर विमानों की संख्या में कमी करेगी। यह आने वाले दो से तीन महीनों के लिए होगा। कंपनी के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को कहा, अमेरिका के लिए सप्ताह में 6 फ्लाइट्स को कम किया जाएगा। इनमें 3 न्यूयॉर्क और 3 सन फ्रांसिस्को के लिए हैं।
विल्सन ने कहा, एयरलाइन के पास तीन महीने में बोइंग 777 विमानों के लिए 100 पायलट की जरूरत होगी, क्योंकि इन्हें शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। लगभग 1,400 केबिन क्रू प्रशिक्षण में हैं। हाल के महीनों में, चालक दल की कमी के कारण कुछ लंबी दूरी की उड़ानें प्रभावित हुई हैं। यह आने वाले दो से तीन महीनों के लिए होगा। एयरलाइन के पास उड़ान और गैर-उड़ान कर्मचारियों सहित लगभग 11,000 कर्मचारियों की संख्या है।
विमानन क्षेत्र में सलाहकार कंपनी सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (कापा) ने कहा है कि अगले एक दो साल में भारतीय विमानन कंपनियां 1,300 विमानों का ऑर्डर दे सकती हैं। हालांकि, देश में पायलटों की संख्या भी कम है, खासकर चौड़ी बॉडी वाले विमानों के लिए। इसलिए इस पर भी ध्यान देना होगा।
कापा ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 तक भारतीय विमानन कंपनियों को 1.8 अरब डॉलर तक का घाटा हो सकता है। अगले साल तक 132 नए एयरक्राफ्ट जोड़ने के साथ कुल एयरक्राफ्ट की संख्या 816 हो सकती है।
देश में हवाई यात्रियों की संख्या फरवरी में 56.82 फीसदी बढ़कर 1.20 करोड़ हो गई। नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बताया कि फरवरी, 2022 में यह 76.96 लाख थी। इसमें इंडिगो से 67.42 लाख, एअर इंडिया, विस्तारा, एयर एशशाय से 29.75 लाख यात्रियों ने यात्रा की है।