अदाणी समूह को मिली राहत, सेबी ने तीन शेयरों से अतिरिक्त निगरानी हटाई
मुंबई- अडानी ग्रुप के शेयरों में एक महीने से भी अधिक समय तक गिरावट के बाद तेजी आई थी। इस कारण स्टॉक एक्सेंजेज ने ग्रुप के कुछ शेयरों को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मैकेनिज्म फ्रेमवर्क में डाल दिया था। लेकिन अब इन शेयरों को इस फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया गया है। यह व्यवस्था शुक्रवार से लागू होगी।
इसमें अडानी ग्रुप की तीन कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी विल्मर शामिल हैं। शेयरों में भारी उतारचढ़ाव को देखते हुए एक्सचेंज उन्हें शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में डाल देते हैं। निवेशकों को स्पेकुलेटिव ट्रेडिंग से बचाने के लिए ऐसा किया जाता है। इन तीन शेयरों को एक हफ्ते पहले ही इस फ्रेमवर्क में डाला गया था।
इस फ्रेमवर्क से बाहर होने के बाद अब इन शेयरों में भारी तेजी आ सकती है। गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 0.21 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ था। दूसरी ओर अडानी पावर में 1.68 फीसदी और अडानी विल्मर में 1.35 फीसदी की गिरावट आई। अडानी ग्रुप के दस लिस्टेड शेयरों में से छह आज तेजी के साथ बंद हुए जबकि चार में गिरावट आई।
अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर और अडानी पावर को नौ मार्च को सर्विलांस में डाला गया था। तबसे अडानी एंटरप्राइजेज में छह फीसदी, अडानी विल्मर में 11 फीसदी और अडानी पावर में 1.5 फीसदी गिरावट आई है। हालांकि अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में बने रहेंगे। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में एक निगेटिव रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद ग्रुप के शेयरों में एक महीने से अधिक समय तक गिरावट आई थी।