अदाणी एंटरप्राइजेज जुटाएगी 20 हजार करोड़, निवेश पर फायदा कमाने का मौका
मुंबई- अडानी एंटरप्राइजेज एफपीओ के जरिए 20 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी। भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस गौतम अडानी की अगुवाई वाली इस कंपनी के बोर्ड ने एफपीओ लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शेयरहोल्डर्स से पोस्टल बैलट प्रोसेस के जरिए मंजूरी ली जाएगी।
पिछले तीन साल में कंपनी के शेयरों में 1,826 फीसदी तेजी आई है। सितंबर के अंत तक इस ग्रुप में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 72.63 फीसदी थी। कंपनी की 15.59 फीसदी हिस्सेदारी एफआईआई (FII) के पास है। 6.46 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक के पास और 1.27 फीसदी हिस्सेदारी म्युचुअल फंड्स के पास है।
एफपीओ के जरिए कंपनी अपना फोलो ऑन पब्लिक ऑफर जारी करती है। इसका मतलब यह है कि जो कंपनी पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड है, वह निवेशकों के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं। अमूमन ये शेयर प्रमोटर्स जारी करते हैं। यानी वे अपने हिस्से के शेयरों को बाजार में निवेशकों के लिए उतारते हैं। कंपनियां FPO का इस्तेमाल अपने इक्विटी बेस को डाइवर्सिफाई करने के लिए करती हैं। अडानी ग्रुप ने अपने विस्तार के लिए आक्रामक योजना बनाई है। एफपीओ से मिली राशि को इस पर खर्च किया जाएगा।
अडानी ग्रुप ने अगले 10 साल में रिन्यूएबल सेक्टर पर 70 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। इसमें से करीब 20 फीसदी राशि आंतरिक संसाधनों से जुटाई जाएगी जबकि बाकी हिस्सा, एफडीआई निवेश, लोन और बॉन्ड के जरिए जुटाई जाएगी। अडानी ग्रुप पर 28.80 अरब डॉलर का कर्ज है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इसे चुनौती देते हुए कहा था कि उसकी कंपनियों का कर्ज स्वीकार्य अनुपात के अनुरूप है।