निवेशकों को 7 दिन में 21 लाख करोड़ का घाटा, अदाणी के शेयर जमकर टूटे
मुंबई। अप्रैल से शेयर बाजार में शुरू हुई गिरावट अब ज्यादा तेज हो गई है। 28 अप्रैल से लेकर मंगलवार तक के महज 7 कारोबारी दिनों में बाजार पूंजीकरण में 21 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है।
28 अप्रैल को सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 269.47 लाख करोड़ रुपये था, जो 10 मई को घटकर 248.32 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसी दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 57,521 से 3,157 अंक गिरकर 54,364 पर पहुंच गया।
निवेशकों को सबसे ज्यादा घाटा अदाणी समूह और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिया है। जिस अदाणी विल्मर ने निवेशकों को मालामाल कर दिया था, उसका शेयर लगातार पांचवें दिन लोअर सर्किट की गिरावट के साथ बंद हुआ। लोअर सर्किट का मतलब एक दिन में एक तय समय से ज्यादा की गिरावट शेयर के भाव में नहीं हो सकती है।
अदाणी समूह की कुल सूचीबद्ध 7 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 7 दिनों में 2.15 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। 28 अप्रैल को कुल 17.08 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप था जो मंगलवार को 14.93 लाख करोड़ रुपये पर आ गया।
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण इसी दौरान 19.07 लाख करोड़ से 2.34 लाख करोड़ घटकर 16.73 लाख करोड़ रुपये हो गया है। अदाणी ग्रीन एनर्जी का मार्केट कैप 68 हजार करोड़ घटकर 3.88 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
टीसीएस का बाजार पूंजीकरण इस दौरान 54 हजार करोड़ घटकर 12.57 लाख करोड़ रुपये हो गया है। एचडीएफसी बैंक को 16 हजार करोड़ रुपये का फटका लगा है। आईसीआईसीआई बैंक को 25 हजार करोड़ रुपये का झटका लगा है। मंगलवार को अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी एनर्जी के शेयर 8-8 फीसदी से ज्यादा टूट कर बंद हुए। विल्मर का शेयर 878 से गिरकर 583 रुपये पर आ गया।
शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट से अदाणी समूह के मालिक गौतम अदाणी अब दुनिया के अमीरों में छठें नंबर पर पर आ गए हैं और उनकी संपत्ति 112 अरब डॉलर हो गई है। 25 अप्रैल को वे वॉरेन बफे को पीछे छोड़कर चौथे नंबर पर पहुंचे थे, तब उनकी संपत्ति 123 अरब डॉलर थी। मुकेश अंबानी 8वें नंबर से गिरकर 10वें पर आ गए हैं। उनकी संपत्ति 93 अरब डॉलर है।