अडाणी ग्रुप की सातवीं कंपनी लिस्ट, मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा अडाणी ने
मुंबई- गौतम अडाणी की सातवीं अडाणी विल्मर का शेयर आज इश्यू प्राइस की तुलना में मामूली डिस्काउंट 221 रुपए पर लिस्ट हुआ। इसका IPO में भाव 230 रुपए तय किया गया था। लिस्टिंग के बाद इसमें 4% की गिरावट रही।
इसी के साथ गौतम अडाणी मुकेश अंबानी से 21 हजार करोड़ रुपए आगे निकल गए हैं। अडाणी ग्रुप की कुल कंपनियों का मार्केट कैप अब 11.46 लाख करोड़ रुपए हो गया है। अंबानी की संपत्ति 6.69 लाख करोड़ रुपए जबकि अडाणी की संपत्ति 6.84 लाख करोड़ रुपए है। वैसे मुकेश अंबानी से गौतम अडाणी शुक्रवार को ही आगे हो गए थे। उसके पहले भी एक दिन कुछ समय के लिए ऐसा हुआ था। लेकिन सातवीं कंपनी लिस्ट होने के बाद दोनों के बीच अंतर बढ़ गया है।
अडाणी विल्मर विदेशी कंपनी विल्मर और अडाणी ग्रुप की जॉइंट वेंचर में है। दोनों की 50-50% हिस्सेदारी थी। हालांकि इश्यू के बाद यह हिस्सेदारी घटकर 87.92% हो गई। इसका मतलब अडाणी की इसमें हिस्सेदारी करीबन 44% होगी। इससे गौतम अडाणी की संपत्ति में लगभग 13 हजार करोड़ रुपए की बढ़त होगी।
दुनिया के अमीरों की लिस्ट में अडाणी ग्रुप के मालिक गौतम अडाणी दसवें नंबर पर हैं, जबकि मुकेश अंबानी अब 11 वें नंबर के सबसे रईस बिजनेसमैन हैं। मुकेश अंबानी 6 जनवरी 2021 को टॉप 10 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए थे। फिर वे 23 सितंबर 2021 को इसमें वापस भी आ गए। हालांकि 16 अक्टूबर 2021 को वे फिर इस लिस्ट से बाहर हो गए।
अंबानी जहां 64 साल के हैं, वहीं अडाणी 59 साल के हैं। दुनिया के अमीर बिजनेसमैन में टेस्ला के एलन मस्क पहले नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति 232.2 अरब डॉलर है। अमेजन के जेफ बेजोस तीसरे नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति 164.8 अरब डॉलर है।
गौतम अडाणी की अपनी कंपनियों में हिस्सेदारी रिलायंस समूह की कंपनियों में अंबानी की हिस्सेदारी की तुलना में ज्यादा है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज में हिस्सेदारी 50.61% है जबकि अडाणी की हिस्सेदारी उनकी कंपनियों में 70.59% है। अडाणी की 3 कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी 74.92-74.92% जबकि एक कंपनी में 74.80 और 2 कंपनियों में यह 60 से 64% है।
10 दिन पहले ही यानी 25 जनवरी को गौतम अडाणी ने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा था। उस समय दोनों की संपत्ति के बीच में केवल एक हजार करोड़ रुपए का अंतर था। अंबानी की संपत्ति 6.71 लाख करोड़ रुपए थी जबकि अडाणी की 6.72 लाख करोड़ रुपए थी।
31 दिसंबर को गौतम अडाणी की नेटवर्थ 5.82 लाख करोड़ रुपए थी, जो अब 6.84 लाख करोड़ हो चुकी है। इस हिसाब से नए साल में गौतम अडाणी की नेटवर्थ में रोजाना 6,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई हो रही है। अडाणी ग्रुप की 7 कंपनी भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। अडाणी ग्रीन एनर्जी का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपए के पार है।
गौतम अडाणी मुंबई के ताज होटल स्थित वेदर क्राफ्ट रेस्टोरेंट में दुबई पोर्ट के सीईओ मोहम्मद शर्राफ के साथ डिनर कर रहे थे। उन्होंने देखा कि कुछ आतंकी होटल में घुस आए हैं और ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे हैं। 26 नवंबर की पूरी रात उन्होंने होटल के बेसमेंट में दहशत के साये में बिताई। 27 नवंबर की सुबह उन्हें बचाया गया। अपने प्राइवेट विमान से अहमदाबाद पहुंचते ही उन्होंने कहा, ‘मैंने 15 फीट की दूरी से मौत देखी है।’
गौतम अडाणी का जन्म 24 जून 1962 को अहमदाबाद के गुजराती जैन परिवार में हुआ था। महज 16 साल की उम्र में बी-कॉम की पढ़ाई छोड़कर वो मुंबई चले गए। वजह थी परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति। मुंबई में उन्होंने डायमंड सॉर्ट महिंद्रा ब्रॉस में नौकरी कर ली। कुछ ही महीने बाद उन्होंने खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट शुरू किया।
1981 में उनके भाई ने एक प्लास्टिक फैक्ट्री खोली थी जिसका काम संभालने के लिए वो गुजरात लौट आए। अडाणी ने 1988 में अडाणी एंटरप्राइजेज की शुरुआत की जो कमोडिटी इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का काम करती थी।1995 में अडाणी की कंपनी को मुंद्रा पोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट मिला। ये कॉन्ट्रैक्ट अडाणी की सफलता में मील का पत्थर साबित हुआ। 1990 के आर्थिक सुधारों ने उनके बिजनेस को पंख लगा दिए। 1997 तक अडाणी की चर्चा इतनी बढ़ गई थी कि उन्हें 1 जनवरी 1998 को फिरौती के लिए किडनैप कर लिया गया।
साल 1998 का पहला दिन था। गौतम अडाणी और शांतिलाल पटेल अहमदाबाद के कर्णवती क्लब से कार पर सवार हुए। ये कार मोहम्मदपुरा रोड की तरफ जा रही थी। रास्ते में बीच सड़क पर एक स्कूटर खड़ा मिला। कार जैसे ही रुकी, तभी वहां एक वैन पहुंची। वैन में सवार लोगों ने अडाणी और पटेल को किडनैप कर लिया और किसी अज्ञात जगह पर ले गए। पुलिस चार्जशीट के मुताबिक इन दोनों को छोड़ने से पहले 11 करोड़ रुपए फिरौती मांगी गई थी।