4 दिनों में अदाणी को 92 हजार करोड़ का फटका, 6 लिस्टेड कंपनियों में अदाणी का हिस्सा 4.48 लाख करोड़ हुआ
मुंबई– अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी को जबरदस्त झटका लगा है। पिछले 4 दिनों में उनकी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली हुई है। इससे गौतम अदाणी के हिस्से का मार्केट कैप 92 हजार करोड़ रुपए घट गया है। यह 4.48 लाख करोड़ रुपए रह गया है।
आंकड़े बताते हैं कि इन 4 दिनों में अदाणी की संपत्तियों में करीबन 17% की कमी आई है। सबसे ज्यादा योगदान इसमें अदाणी पोर्ट एंड SEZ का रहा है। यह शेयर 52 हफ्ते के लेवल से करीबन 20% टूटा है। अदाणी की लिस्टेड कंपनियों में अदाणी पोर्ट एवं एसईजेड, अदाणी टोटल गैस, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर और अदाणी इंटरप्राइजेज हैं।
मंगलवार को अदाणी की लिस्टेड 6 कंपनियों के शेयरों में गौतम अदाणी के हिस्से का मार्केट कैप 4.48 लाख करोड़ रुपए रहा है। 7 अप्रैल को यह 5.40 लाख करोड़ रुपए था। आंकड़ों के मुताबिक,7 अप्रैल को उनकी सभी कंपनियों का शेयर करीबन 52 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर पहुंच गए थे। इससे इनके मार्केट कैपिटलाइजेशन में तेजी आई थी। इनकी कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 8 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया था।
इस साल की शुरुआत से ही अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर बेतहाशा बढ़े हैं। एक साल की बात करें तो अदाणी टोटल गैस और अदाणी ट्रांसमिशन के शेयरों ने तो 15 गुना और 10 गुना का फायदा निवेशकों को दिया है। इसी तरह इसकी अन्य कंपनियों के भी शेयरों ने ऐसा ही फायदा दिया है। पिछले ही हफ्ते ब्लूमबर्ग की बिलिनेयर इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी व्यक्तिगत रूप से विश्व में सबसे ज्यादा संपत्ति जोड़ने में नंबर वन पर थे। वे इस इंडेक्स में टॉप 10 अरबपतियों की लिस्ट में आ गए थे। पिछले 4 सालों में अदाणी का मार्केट कैप 496.31% बढ़ा है।
कमाई के मामले में गौतम अदाणी बीते साल अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को पछाड़ चुके हैं। 2020 में गौतम अदाणी की नेटवर्थ में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। 2020 में उनकी नेटवर्थ 16.2 बिलियन डॉलर के बढ़कर 59.9 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई है। फोर्ब्स की 2020 की लिस्ट में गौतम अदाणी 8.9 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ 155वें स्थान पर थे।
मंगलवार को ही अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) को S&P डाउजोंस ने बड़ा झटका दिया है। S&P ने APSEZ को अपने सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से बाहर कर दिया है। S&P डाउ जोंस ने कहा है कि अदाणी पोर्ट्स के म्यांमार की सेना के साथ कारोबारी संबंध होने के कारण यह फैसला लिया गया है।
इससे पहले पिछले हफ्ते भी अदाणी के विरोध में एक फैसला आने की आशंका जताई गई थी। देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अदाणी ग्रुप की कोयला खदान को लोन देने से अपने पैर पीछे खींच सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्लैकरॉक सहित काफी सारे क्लाइेंट एक्टिविट्स और निवेशक दबाव बना रहे हैं अदाणी के कोयला खदान को लोन न मिले।