शेयर बाजार और FD से कमाई नहीं हो रही तो यह है विकल्प, 10% सालाना ब्याज मिलेगा I
मुंबई– शेयर बाजार नई ऊंचाई पर है। ऐसे में निवेश करना जोखिम वाला काम है। बैंकों या कंपनियों की फिक्स डिपॉजिट (FD) की दरें निचले स्तर पर हैं। यहां पर आपको कम ब्याज मिलेगा। ऐसे में आप दो कंपनियों के नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर्स (NCD) में निवेश कर सकते हैं। यहां पर आपको सालाना 10% तक का ब्याज मिलेगा।
पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस इश्यू 12 जुलाई को खुलेगा और 23 जुलाई को बंद होगा। इसका फेस वैल्यू 1,000 रुपए का है। कम से कम 10 हजार रुपए के लिए आपको आवेदन करना होगा। यानी 10 NCD खरीदना होगा। इसमें अलॉटमेंट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा। इसमें आपको अलग-अलग दर से ब्याज मिलेगा।
जैसे 26 महीनों तक के लिए आपने निवेश किया तो इस पर आपको सालाना 8.10 से 8.37% का ब्याज मिलेगा। 36 महीनों के लिए यह 8.25 से 8.50 हो जाएगा। 5 साल के लिए आपको 8.50 से 8.75% ब्याज मिलेगा तो 10 साल के लिए 8.75 से 9% तक का ब्याज मिलेगा। यानी बैंकों की FD से यह करीबन 40% ज्यादा है।
कंपनी इसके जरिए 200 करोड रुपए जुटाएगी। हालांकि ज्यादा आवेदन मिला तो कंपनी इसे बढ़ाकर 800 से 1,000 करोड़ रुपए तक कर सकती है। केयर और इक्रा ने इसे AA की रेटिंग दी है। NCD को दोनों प्रमुख एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जाएगा। पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस, पिरामल इंटरप्राइजेज की कंपनी है। इसे रिजर्व बैंक से डिपॉजिट लेने का अधिकार नहीं है। यह हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है।
इसी तरह आईआईएफएल ने भी NCD को लांच किया है। यह 6 जुलाई को खुला है और 28 जुलाई को बंद होगा। हालांकि यह असुरक्षित (अनसिक्योर्ड) NCD है। इसका फेस वैल्यू 1 हजार रुपए है और कम से कम 10 हजार रुपए का निवेश करना होगा। इससे कंपनी 100 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। ज्यादा आवेदन आने पर यह इसे बढ़ाकर 900 से 1,000 करोड़ रुपए भी कर सकती है। कंपनी विभिन्न चरणों में इसके जरिए 5 हजार करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखी है।
क्रिसिल ने इसे AA स्टेबल की रेटिंग दी है। बीडब्ल्यूआर ने AA निगेटिव की रेटिंग दी है। कंपनी ने इसमें 87 महीने के समय में 10% का ब्याज देने की घोषणा की है। इसे भी दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जाएगा। इसमें जोखिम तब होता है जब कोई कंपनी दिवालिया हो जाए या भाग जाए। उदाहरण के तौर पर अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल, डीएचएफएल जैसी कंपनियों के दिवालिया होने से निवेशकों के पैसे फंस गए। साथ ही आईआईएफएल की अनसिक्योर्ड NCD है जिससे रिस्क बना रहता है। हालांकि अच्छे कॉर्पोरेट घरानों की NCD में जोखिम कम होता है।
अभी एफडी पर ब्याज दरें 5-6 पर्सेंट के बीच हैं। शेयर बाजार अपनी ऊंचाई पर है। साथ ही बाजार में आप डायरेक्ट निवेश करते हैं तो जोखिम होता है। ऐसे में इस समय आपके लिए दो विकल्प हैं। या तो आप म्यूचुअल फंड में महीने के आधार पर एसआईपी करें या फिर ऐसे NCD में आप कुछ समय तक के लिए पैसे रख कर एफडी से ज्यादा कमाई करें। ध्यान रखें कि NCD में पैसा लंबे समय तक के लिए फिक्स होता है।