घाटे वाली कंपनियों ने लाया आईपीओ, जानिए अब कैसा है इनके शेयर का हाल
मुंबई– पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन को वित्त वर्ष 2021 में 1700 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। 7 जून को कंपनी ने अपने निवेशकों और कर्मचारियों को ऑफर फॉर सेल भेजा और कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाने को कहा। इसी तरह ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो का घाटा में बढ़कर 2451 करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2020 में जोमैटो का घाटा 940 करोड़ रुपये था। कंपनी ने अप्रैल में अपने IPO के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किया था। जबकि लॉजिस्टिक्स कंपनी डेलहीवरी का घाटा 2020 में 284.13 करोड़ रुपये रहा था और कंपनी अगले 6 महीने में आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में है।
भारत में अब घाटे में चल रही कंपनियां भी प्राइमरी मार्केट से पैसे जुटाने और खुद को स्टॉक मार्केट में लिस्ट कराने के लिए आईपीओ लॉन्च कर सकती हैं। हालांकि, विदेश में इसकी मंजूरी बहुत पहले से है। उबर, अमेजन और एयर बीएनबी जैसी कई टेक कंपनियों ने घाटे में होने के बावजूद अपना IPO लॉन्च किया था।
2019 से अब तक जो 48 आईपीओ लॉन्च हुए हैं, उनमें ऑफर ऑफ सेल डॉक्यूमेंट के मुताबिक कम से कम 6 कंपनियां घाटे में थीं। घाटे में होने के बावजूद इनमें से 3 कंपनियों की लिस्टिंग प्रीमियम पर हुई, जबकि बार्बीक्यू नेशन और मैक्रोटेक डेवलपर्स की लिस्टिंग डिस्काउंट पर हुई।
मैक्रोटेक डेवलपर्स जो पूर्व में लोढ़ा डेवलपर्स थी, शेयर मार्केट में अप्रैल 2021 में लिस्ट हुई। दिसंबर 2020 तक कंपनी का घाटा 264.3 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले साल यानी दिसंबर 2019 के शुरुआती 9 महीने में कंपनी का शुद्ध लाभ 503 करोड़ रुपये थे। तीसरे प्रयास में कंपनी की लिस्टिंग स्टॉक मार्केट में हुई।
बर्गर किंग की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग दिसंबर 2020 में हुई। मार्च 2020 को खत्म वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध घाटा 76.6 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसका रेवेन्यू 841.2 करोड़ रुपये रहा। यह शेयर इश्यू प्राइस से 92% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ। इसका IPO 156 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
वित्त वर्ष 2020 में बार्बीक्यू नेशन को 33 करोड़ रुपये का घाटा हुआ और इसका रेवेन्यू 851 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने मार्च 2021 में अपना आईपीओ लॉन्च किया और डिस्काउंट पर लिस्टंग होने के बावजूद कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस से करीब 70% ऊपर ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी का आईपीओ 6 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2019 में स्टॉक मार्केट में दस्तक दी थी। वित्त वर्ष 2019 में कंपनी को 17.62 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था और कंपनी की बिक्री 286.21 करोड़ रुपये थी।
सीएसबी बैंक की 4 दिसंबर 2019 को स्टॉक मार्केट मे धमाकेदार एंट्री हुई थी और कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस 195 रुपये से 57.4% प्रीमियम पर लिस्ट हुए थे। जबकि बैंक को 65.69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।