चांदी की आपूर्ति में कमी से बाजार में हड़कंप, बड़े जूलरों ने नए ऑर्डर रोके
मुंबई – देश में चांदी की आपूर्ति तेजी से घटने लगी है। लगातार ऊंची कीमतों और सीमित उपलब्धता के चलते कई बड़े जूलरों ने नए ऑर्डर लेना बंद कर दिया है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के अध्यक्ष राजेश रोकड़े के अनुसार, भौतिक चांदी की भारी कमी ने मुंबई के झवेरी बाजार में व्यापारियों को नई बुकिंग रोकने पर मजबूर कर दिया है।
रोकड़े ने बताया कि भौतिक चांदी पर प्रीमियम 30,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। यह प्रीमियम मांग बढ़ने और आपूर्ति घटने का सीधा संकेत है। स्थानीय और वैश्विक स्तर पर औद्योगिक और निवेश मांग में उछाल के कारण स्थिति और बिगड़ी है।
बुधवार को चांदी में 3,000 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई और यह 1.82 लाख रुपये प्रति किलो पर बंद हुई, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट अस्थायी है। लंबे समय में कीमतों में और तेजी की संभावना है।
दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और बेंगलुरू जैसे बाजारों में भी यही रुझान देखने को मिल रहा है। जूलर्स का कहना है कि चांदी की आपूर्ति सीमित है, जबकि खरीदारी की रफ्तार बनी हुई है।
दिलचस्प बात यह है कि 10 महीने में चांदी की कीमत दोगुनी होने के बावजूद ग्राहक अब भी 50 और 100 ग्राम के सिक्के खूब खरीद रहे हैं। सोने की खरीदारी में जरूर कमी आई है, लेकिन चांदी की मांग उत्सव और निवेश दोनों कारणों से मजबूत बनी हुई है।
📈 मुख्य कारण:
- औद्योगिक और निवेश मांग में उछाल
- वैश्विक खनन और आपूर्ति में कमी
- त्योहारी सीजन में खुदरा मांग में तेजी