म्यूचुअल फंड में एसआईपी का टूटा रिकॉर्ड, मासिक निवेश 26,688 करोड़ रुपये
मुंबई- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) पर म्युचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बरकरार है। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, मई में SIP के जरिए निवेश 26,688 करोड़ रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे अधिक मासिक एसआईपी निवेश है। अप्रैल में यह 26,632 करोड़ रुपये था। योगदान करने वाले SIP खातों की संख्या भी बढ़कर 8.56 करोड़ के नए शिखर पर पहुंच गई।
मई 2025 के दौरान इक्विटी म्युचुअल फंड्स में निवेश में भारी गिरावट आई है। यह बीते महीने में 21.66% घटकर 19,013 करोड़ रुपये रह गया। जबकि अप्रैल 2025 में यह 24,269 करोड़ रुपये था। यह लगातार पांचवा महीना है जब इक्विटी फंड्स निवेश में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, यह लगातार 51वां महीना भी है जब इस कैटेगरी में नेट निवेश बना हुआ है।
वहीं, दूसरी तरफ SIP म्युचुअल फंड उद्योग में निवेश का एक प्रमुख जरिया बना हुआ है, जिससे बाजार की अस्थिर परिस्थितियों में भी निरंतरता बनाए रखने में मदद मिल रही है। अगस्त 2023 से एसआईपी के माध्यम से निवेश हर महीने ₹20,000 करोड़ के स्तर से ऊपर बना हुआ है।
इक्विटी नेट सेल्स में 22% की भारी गिरावट देखी गई है, जिसका मुख्य कारण मई 2025 में अप्रैल 2025 की तुलना में ₹5,000 करोड़ का अधिक निकासी होना है। यह शायद महीने शुरुआत में युद्ध जैसी स्थिति के कारण था, जिससे निवेशकों का रुझान बदल गया और उन्होंने सतर्क रुख अपनाया। एसआईपी के आंकड़े ₹26,000 करोड़ से ऊपर होना बहुत उत्साहजनक है, जिसका अर्थ है कि नए निवेश के लिए SIP को एकमुश्त निवेश के बजाय ज्यादा पसंद किया गया है।”
मई में भले ही इक्विटी निवेश कम हुआ हो, लेकिन SIP योगदान स्थिर रहने से निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है। लार्ज-कैप और फ्लेक्सी-कैप इनफ्लो में कमी निकट अवधि की सावधानी को दर्शाती है, लेकिन लार्ज-कैप में आकर्षक वैल्यूएशन से निवेशकों की रुचि फिर से बढ़ सकती है। मिड और स्मॉल-कैप फंडों में भी निवेश थोड़ा कम हुआ है। हालांकि इन सेगमेंट के लिए लंबी अवधि के निवेशकों की रुचि बरकरार है।”