नीति आयोग सदस्य बोले, भारत नहीं बना चौथी बड़ी इकनॉमी, दिसंबर तक करें इंतजार
मुंबई- नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने सोमवार को कहा कि भारत 2025 के अंत तक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह बात नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम के उस दावे के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत पहले ही जापान को पीछे छोड़कर उस स्थान पर पहुंच चुका है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अप्रैल में जारी अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) रिपोर्ट में कहा था कि भारत 2025 तक 4.19 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की जीडीपी के साथ जापान से आगे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
विरमानी ने कहा, “भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की प्रक्रिया में है और मुझे व्यक्तिगत रूप से विश्वास है कि 2025 के अंत तक ऐसा हो जाएगा, क्योंकि ऐसा कहने के लिए हमें सभी 12 महीनों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों की जरूरत होगी। इसलिए तब तक यह एक पूर्वानुमान ही रहेगा।”
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम बयान पर उन्होंने कहा, यह एक जटिल प्रश्न है, और मुझे वास्तव में नहीं पता कि किसी ने क्या शब्द इस्तेमाल किए हैं। शायद कोई शब्द छूट गया हो या कुछ और। आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए सुब्रह्मण्यम ने पिछले सप्ताह कहा था कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार जापान से भी बड़ा है।
नीति आयोग के सीईओ ने कहा, “मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। मैं जब बोल रहा हूं, तब हम 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं।” सुब्रह्मण्यम ने कहा, “केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़े हैं और अगर हम अपनी योजना और सोच-विचार पर टिके रहे, तो 2.5-3 साल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।”
आईएमएफ ने कहा था कि 2025 (वित्त वर्ष 26) के लिए भारत का नाममात्र जीडीपी 4.187 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है, जो जापान के संभावित जीडीपी से थोड़ा अधिक है, जिसका अनुमान 4.186 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। आईएमएफ के आंकड़ों के अनुसार, भारत की प्रति व्यक्ति आय 2013-14 में 1,438 अमेरिकी डॉलर से दोगुनी होकर 2025 में 2,880 अमेरिकी डॉलर हो गई है।