तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में महाराष्ट्र और गुजरात अव्वल, उत्तर भारत फिसड्डी
मुंबई- आर्थिक मोर्चे पर प्रदर्शन के मामले में पश्चिमी और दक्षिण क्षेत्र के राज्यों का प्रदर्शन लगातार बेहतर बना हुआ है। जबकि, उत्तर भारत के पारंपरिक तौर पर घोषित बीमारू राज्यों की स्थिति पहले से सुधरी है लेकिन तेजी से आर्थिक, समाजिक, वित्तीय विकास कर रहे राज्यों की तुलना में नाकाफी है।
अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक व समाजिक विकास में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु जैसे राज्य बहुत आगे होंगे। केयरएज रेटिंग एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आर्थिक, समाजिक व राजकोषीय मानदंडों पर अभी महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक का प्रदर्शन सबसे अच्छा है बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश को नीचे से तीन स्थान दिए गए हैं।
इन तीन राज्यों से एक पायदान ऊपर उत्तर प्रदेश है। ये राज्यों शीर्ष के पांच-छह राज्यों को किसी भी तरह से प्रतिस्पर्द्धा देने की स्थिति में नहीं है। आने वाले समय में गुजरात जरूर महाराष्ट्र को जरूर पीछे छोड़ कर नंबर वन स्थिति हासिल कर लेगा।
अगर समग्र तौर पर देखा जाए तो 17 प्रमुख राज्यों की सूची के शीर्ष में 10 राज्यों में सिर्फ हरियाणा और पंजाब है। हरियाणा छठे स्थान पर है जबकि पंजाब 10वें स्थान पर। इन दोनों राज्यों ने बेहतर ढांचागत क्षेत्र, बेहतर रेल नेटवर्क और अच्छी सिंचाई व्यवस्था होने की वजह से शीर्ष दस राज्यों में स्थान बनाया है।