पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तीन रुपये कटौती की गुंजाइश, कंपनियां करेंगी फैसला
मुंबई- कच्चे तेल की कीमतों में हालिया गिरावट से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दामों में दो से तीन रुपये प्रति लीटर कटौती की गुंजाइश है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा, पेट्रोलियम कंपनियों के ईंधन पर मुनाफे में सुधार हुआ है। इससे सरकारी तेल कंपनियां चाहें तो कीमतें घटा सकती हैं।
इक्रा ने बृहस्पतिवार को कहा, भारत के आयातित कच्चे तेल की कीमत मार्च में 83-84 डॉलर प्रति बैरल थी। सितंबर में यह औसत 74 डॉलर प्रति बैरल हो गई। यदि कच्चे तेल की कीमतें वर्तमान स्तर पर स्थिर रहीं तो खुदरा ईंधन कीमतों में कमी की गुंजाइश है। इस साल 17 सितंबर तक अंतरराष्ट्रीय उत्पाद कीमतों की तुलना में तेल मार्केटिंग कंपनियों की शुद्ध प्राप्ति पेट्रोल के लिए 15 रुपये प्रति लीटर और डीजल के लिए 12 रुपये प्रति लीटर अधिक रही।
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 15 मार्च को पेट्रोल तथा डीजल के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। तब से कीमतें यथावत हैं। ऐसा अनुमान है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं तो दो से तीन रुपये प्रति लीटर की कमी करने की गुंजाइश बनी रहेगी। नवंबर, 2021 की शुरुआत में तेल के दैनिक मूल्य संशोधन को रोक दिया गया था। उस समय देश भर में दरें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं थीं।
बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बिक्री, उद्योग की धीमी मांग और रियल एस्टेट मंदी के कारण चीन से कमजोर मांग है। साथ ही, कमजोर औद्योगिक गतिविधि और ईवी की ओर संरचनात्मक बदलाव के कारण यूरोप में भी ईंधन की मांग भी कम हो गई है।