कमोडिटी एक्सचेंज पर पानी में भी हो सकता है कारोबार
मुंबई- देश में कमोडिटी एक्सचेंज पर पानी में भी कारोबार हो सकता है। जिस तरह से सोने, चांदी और कच्चे तेल में कारोबार होता है, उसी तरह से नीति आयोग एक ड्राफ्ट सिफारिश जारी कर पर लोगों से सलाह मांगेगा। इसमें फ्यूचर और स्पाट पर कारोबार करने की बात कही गई है। एक अधिकारी ने कहा, भारत वैश्विक बेंचमार्क का अध्ययन कर रहा है और जल्द ही इस पर एक खाका जारी हो सकता है। इसके लिए एक नियामक भी स्थापित किया जाएगा।
फिलहाल पानी पर अमेरिका के शिकागो मर्कंटाइल एक्सचेंज पर कारोबार होता है। कैलिफोर्निया के पानी की कीमतों से जुड़े अनुबंधों में किसानों और नगर पालिकाओं के साथ-साथ हेज फंड इसमें भाग लेते हैं। ऑस्ट्रेलिया में भी पानी में कारोबार होता है। भारत में इस योजना से सूखे से निपटने में किसानों को मदद मिलेगी। साथ ही निवेश आएगा।
इस कदम से कृषि और अन्य जल निर्भर उद्योगों में भारत के गंभीर जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। साथ ही एक ऐसा बाजार विकसित करने में मदद मिलेगी, जो आपूर्ति बढ़ाने में निवेश को प्रोत्साहित करेगा। ऐसी आशंका है कि 2030 तक देश की कई सारी नदियों में पानी की किल्लत हो सकती है। दुनिया की 18 फीसदी आबादी भारत में है लेकिन पानी का संसाधन केवल 4 फीसदी है। दुनिया में यहां पानी का संकट सबसे ज्यादा है। मैकेंजी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक 1.5 लाख करोड़ क्यूबिक मीटर पानी की मांग बढ़ सकती है।