मुकेश अंबानी के बच्चे संभालेंगे अब रिलायंस ग्रुप, जल्द ही रिटायर होने की योजना
मुंबई- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ग्रुप के बिजनेस पर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी बिजनेस संभालने में सक्षम है। आकाश, ईशा और अनंत हमसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुकेश अंबानी ने 2002 में अपने पिता की मृत्यु के बाद रिलायंस के चेयरमैन के रूप में पदभार संभाला। उनके तीन बच्चे, आकाश, ईशा और अनंत रिलायंस के टेलीकॉम, रिटेल और एनर्जी बिजनेस में शामिल हैं। इसमें से कोई भी रिलायंस के बोर्ड में नहीं है, लेकिन वे कंपनी के प्रमुख वर्टिकल में डायरेक्टर्स हैं।
रिलायंस की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर मुकेश अंबानी एक पारिवारिक फंक्शन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी अब लीडरशिप की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उत्तराधिकार की प्रक्रिया को तेज करना चाहते हैं। हमें नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और बैठकर तालियां बजानी चाहिए, क्योंकि वे हमसे बेहतर प्रदर्शन करते हैं। उन्हें सक्षम बनाना चाहिए।
64 साल के मुकेश अंबानी ने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आकाश, ईशा और अनंत, अगली पीढ़ी के लीडर बनकर रिलायंस को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। मैं हर दिन रिलायंस के लिए उनके जुनून, कमिटमेंट और समर्पण को देख और महसूस कर सकता हूं। मैं उनमें वही चिंगारी और क्षमता देखता हूं, जो मेरे पिता के पास लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए थी। अंबानी ने रिलायंस प्रमुख के रूप में पहली बार उत्तराधिकार की बात कही।
बता दें कि मार्केट रेगुलेटर सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के लिए अपने नए मानदंडों का पालन करने के लिए समय सीमा बढ़ा दी है। अप्रैल 2022 से इसे लागू किया जाएगा। यानी अब कंपनी में चेयरमैन अलग और एमडी अलग होंगे। अभी तक यह दोनों पद एक ही व्यक्ति के पास होता था। ऐसे में रिलायंस में भी अब चेयरमैन अलग और एमडी अलग होंगे।
अंबानी ने आगे कहा कि समय आ गया है कि इस बड़े अवसर का लाभ उठाकर रिलायंस के भविष्य के विकास की नींव रखी जाए। रिलायंस एक कपड़ा कंपनी के रूप में शुरू हुई थी। अब विभिन्न बिजनेस में शामिल है। इसकी ऑयल टू केमिकल वाली कंपनी अब रिटेल, टेलीकॉम, ई-कॉमर्स जैसे सेक्टर में नंबर वन बनी है। इसके प्रोडक्ट हर दिन लोगों के जीवन को छूते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपने एनर्जी बिजनेस को पूरी तरह से नया रूप दिया है।
इस साल जून में रिलायंस की वार्षिक सभा में अंबानी ने तीन वर्षों में क्लीन एनर्जी में 75,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी, क्योंकि कंपनी फ्यूल फॉसिल से दूर हो गई थी। भारत के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी ने कहा कि एक तरफ जब सामान्य स्थिति धीरे-धीरे लौट रही है, पर अभी भी कोरोना की वजह से अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं।
अंबानी ने कहा कि मैं विश्वास के साथ दो भविष्यवाणियां कर सकता हूं। सबसे पहले, भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन जाएगा। दूसरा, रिलायंस दुनिया की सबसे मजबूत और सबसे प्रतिष्ठित भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक बन जाएगी।