लार्ज कैप बना निवेशकों का पसंदीदा साधन, पांच साल में 22.43% का रिटर्न
मुंबई- लार्ज कैप म्यूचुअल फंड निवेशकों का पसंदीदा साधन बनते जा रहे हैं। इस फंड ने पांच वर्षों में 22 फीसदी से ज्यादा फायदा दिया है। कई फंड हाउसों की प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियां यानी (एयूएम) भी 50,000 करोड़ रुपये के पार हो गई हैं। निप्पॉन इंडिया लार्जकैप हाल में इस क्लब में शामिल हुआ है। इससे पहले आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और एसबीआई का भी एयूएम 50,000 करोड़ रुपये के पार हो गया था।
यह उपलब्धि इक्विटी फंडों में कम निवेश के बावजूद हासिल हुई है, जिसका मुख्य कारण हालिया बाजार तेजी के बाद मुनाफावसूली और त्योहारी सीजन के दौरान तरलता की बढ़ती जरूरतों का प्रभाव है। लार्ज कैप फंड नए और जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए सुरक्षित निवेश विकल्प माने जाते हैं। इसका कारण इन फंडों का निवेश पोर्टफोलियो है। लार्ज कैप फंड मजबूत व्यावसायिक मॉडल वाली और आमतौर पर अपने संबंधित क्षेत्रों में अग्रणी ब्लू चिप कंपनियों में निवेश करते हैं।
कुछ वर्षों में लार्ज कैप फंड्स ने शानदार प्रदर्शन किया है। निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड शीर्ष पर रहा। इसने 3 और 5 वर्षों में क्रमशः 18.46% और 22.43% रिटर्न दिया। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज कैप फंड (17.46% और 19.98%) और इन्वेस्को इंडिया लार्ज कैप ने क्रमशः 16.68% और 17.67% का रिटर्न दिया। निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड की सफलता का मुख्य कारण यह है कि यह इंडेक्सिंग के बजाय निवेश के सिद्धांत का पालन करता है, जहां फंड मैनेजर बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करता है। इससे उचित मूल्य पर वृद्धि सुनिश्चित होती है।
लार्जकैप फंड भारत के बाजार पूंजीकरण के 65 फीसदी से अधिक, बीएसई-500 के राजस्व के 60 फीसदी और मुनाफे के लगभग 65 फीसदी का योगदान करते हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि लार्जकैप फंड, म्यूचुअल फंड निवेश की रीढ़ हैं क्योंकि वे लंबी अवधि में अपेक्षाकृत स्थिर और निरंतर रिटर्न और संभावित नियमित लाभांश प्रदान करते हैं।

