टूटा रिकॉर्ड, 2007 के बाद इस साल अब तक आए 101 आईपीओ, रकम 1.75 लाख करोड़
मुंबई- घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के बावजूद आईपीओ बाजार में जबरदस्त तेजी है। रकम के मामले में पहले ही रिकॉर्ड तोड़ चुका प्राइमरी बाजार अब संख्या के भी मामले में आगे निकल चुका है। इस साल अब तक 101 कंपनियों के आईपीओ आए हैं। इससे पहले 2007 में 100 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हुईं थीं। इस तरह से अब संख्या और रकम दोनों के मामले में 2025 इतिहास बना चुका है।
एक्सचेंजों के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक 101 कंपनियां इश्यू लॉन्च कर चुकी हैं। इनकी कुल रकम 1.75 लाख करोड़ रुपये है। 2007 में 100 कंपनियों ने महज 34,156 करोड़ रुपये ही जुटाईं थीं। हालांकि, 2024 में अब तक की सबसे अधिक 1.60 लाख करोड़ रुपये की रकम जुटाई गई थी। आंकड़े बताते हैं कि अभी भी इस साल के बाकी बचे 20 दिनों में 10 कंपनियां पूंजी बाजार में उतर सकती हैं। यह 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जुटाने की योजना बना रही हैं।
कंपनियों ने अक्तूबर में सबसे अधिक 38,308 करोड़ रुपये जुटाए है। नवंबर में मामूली घटकर 34,545 करोड़ और अगस्त में 15,903 करोड़ रहा था। इस साल टाटा कैपिटल ने सबसे अधिक 15,511 करोड़ जुटाया।
हर साल ऐसे उतरीं कंपनियां
वर्ष इश्यू रकम
2025 101 1.75 लाख करोड़
2024 91 1.60 लाख करोड़
2023 57 49,435 करोड़
2022 40 59,301 करोड़
2021 63 1.19 लाख करोड
2007 में बड़े आईपीओ
डीएलएफ 9,187 करोड़
पावरग्रिड 2,984 करोड़
आइडिया 2,443 करोड़
एचडीआईएल 1,707 करोड़
पीएफसी 997 करोड़
2025 में बड़े आईपीओ
टाटा कैपिटल 15,511 करोड़
एचडीबी 12,500 करोड़
एलजी 11,607 करोड़
आईसीआईसीआई प्रू 10,602 करोड़
हैक्सावेयर 8,750 करोड़
2018 के बाद सबसे कम रिटर्न
निवेशकों को लग रहा है कि ज्यादा आईपीओ के कारण कम समय में लाभ प्राप्त करना कठिन होता जा रहा है। इसका पता इस बात से चलता है कि लिस्टिंग के दिन औसत रिटर्न गिरकर 9.4 फीसदी हो गया है, जो 2018 के बाद सबसे कम है। प्रमुख कंपनियों के आईपीओ की पाइपलाइन में मजबूती बनी हुई है। इससे धन उगाहने की गतिविधि आगे भी तेजी में रहने का संकेत है।

