2026 में वैश्विक एयरलाइंस उद्योग को रिकॉर्ड 41 अरब डॉलर का मुनाफा, भारत और चीन से बढ़ेगी मांग

मुंबई-आपूर्ति श्रृंखला की समस्याएं बनी रहने के बावजूद वैश्विक एयरलाइंस उद्योग 2026 में रिकॉर्ड 41 अरब डॉलर यानी 3.69 लाख करोड़ रुपये का फायदा कमाएगा। यह इस वर्ष के अनुमानित 39.5 अरब डॉलर से अधिक होगा। अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) ने कहा, भारत और चीन एशिया प्रशांत क्षेत्र में यात्री मांग को बढ़ावा देंगे। इनका मुनाफा इस दौरान 6.6 अरब डॉलर होगा। प्रति यात्री शुद्ध लाभ 3.20 डॉलर रहने का अनुमान है।

वैश्विक स्तर पर अगले साल पैसेंजर लोड फैक्टर रिकॉर्ड 83.8 प्रतिशत पर आंका गया है। शुद्ध लाभ मार्जिन 3.9 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। मंगलवार को जिनेवा में आईएटीए ने कहा, उद्योग का कुल राजस्व 2026 में 1.05 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 2025 में अनुमानित एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक है। अगले वर्ष राजस्व परिचालन खर्च से आगे निकलने का अनुमान है। इसे 981 अरब डॉलर आंका गया है।

प्रति यात्री शुद्ध लाभ यथावत रहेगा

2026 में प्रति यात्री शुद्ध लाभ 2025 के बराबर 7.90 डॉलर होने की उम्मीद है। 2023 के 8.50 डॉलर से कम होगा। आईएटीए ने कहा, 2026 का लागत परिदृश्य एक अधिक संतुलित वातावरण की ओर इशारा करता है, क्योंकि महंगाई में कमी लागत आधार को स्थिर करने में मदद कर रही है। आपूर्ति श्रृंखला की समस्याएं बेड़े के नवीनीकरण में बाधा डाल रही हैं। इससे विमानों की औसत आयु 15 वर्ष से अधिक हो गई है। यह अब तक का उच्च स्तर है।

ईंधन की खपत बढ़ेगी

ईंधन की खपत 2026 में बढ़कर 106 अरब गैलन होगी। 2025 में 103 अरब गैलन से 2.7 प्रतिशत अधिक होने की उम्मीद है। ईंधन की लागत 2026 में थोड़ी घटकर 252 अरब डॉलर रहेगी जो 2025 के 253 अरब डॉलर से कम है। यात्री टिकट राजस्व 716 अरब डॉलर से बढ़कर 751 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

आईफोन का कवर बेचकर एपल यात्रियों से ज्यादा लाभ कमाएगी

एपल एक आईफोन कवर बेचकर अगले साल एयरलाइंस के प्रति यात्री के 7.90 डॉलर के मुनाफे से भी ज्यादा कमाएगी। इसका मतलब उद्योगस्तर पर मार्जिन अब भी नगण्य है।

अगले वर्ष यात्रियों की संख्या 5.2 अरब तक पहुंचने का अनुमान है। यह इस वर्ष की तुलना में लगभग 4.4 प्रतिशत अधिक है। हाल के वर्षों में एयरलाइन उद्योग कई चुनौतियों से जूझ रहा है। इनमें आपूर्ति श्रृंखला की लगातार समस्याएं, विमानों की डिलीवरी में देरी और देशों के बीच तनाव शामिल हैं। विली वॉल्श, आईएटीए के महानिदेशक

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