जियो का आईपीओ लाने के लिए रिलायंस ने शुरू किया मसौदा पर काम
मुंबई- रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जियो प्लेटफॉर्म्स की लिस्टिंग के लिए प्रारंभिक ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस पर काम शुरू कर दिया है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद है। कंपनी अनौपचारिक रूप से बैंकों के साथ एक मसौदा तैयार करने के लिए बातचीत कर रही है। इसे वे जल्द से जल्द नियामक सेबी के पास दाखिल करने की योजना बना रहे हैं।
सूत्रों ने बताया, भारतीय आईपीओ से संबंधित नए नियम लागू होने के बाद मसौदा दाखिल करने और बैंकरों की औपचारिक नियुक्ति की जाएगी। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ के बाद 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी वाली कंपनियों के लिए आईपीओ में न्यूनतम हिस्सा बेचने के नियम को 2.5 फीसदी तक कम करने की मंज़ूरी दे दी है। लेकिन यह बदलाव अब तक लागू नहीं हुआ है।
बैंकर जियो के लिए 170 अरब डॉलर (15 लाख करोड़ रुपये) तक का मूल्यांकन आंक रहे हैं। यह प्रतिद्वंद्वी कंपनी भारती एयरटेल से 50 फीसदी से भी ज्यादा है। जिसका मूल्यांकन लगभग 12 लाख करोड़ रुपये है। नए लिस्टिंग नियमों के तहत अगर जियो इस मूल्यांकन के उच्च स्तर को प्राप्त कर लेती है और न्यूनतम हिस्सा बेचती है तो वह लगभग 39,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। जियो की लिस्टिंग सितंबर, 2026 तक हो सकती है।

