एयरपेस ने निवेशकों को डुबोया, एक लाख का निवेश एक साल में रह गया ३३,००० रुपये
मुंबई- पेन्नी स्टॉक इस समय निवेशकों को डुबाने में लगे हैं। कई सारे शेयर ऐसे हैं जो ५० रुपये से नीचे के हैं और वे लगातार निवेशकों को डुबा रहे हैं। हालांकि, निवेशक लालच में आकर इन शेयरों में दांव लगा रहे हैं जिससे उनको घाटा हो रहा है। इसी तरह का एक स्टॉक है एयरपेस। इस शेयर ने एक लाख रुपये के निवेश को एक साल में ३३,००० रुपये कर दिया है। यानी निवेशकों की रकम एक तिहाई रह गई है।
बीएसई पर एयरपेस के आंकड़ों से पता चलता है कि एक साल पहले इसके शेयर का भाव 52 रुपये था जो अब घटकर 17.97 रुपये रह गया है। इसका एक साल का निचला स्तर 16.70 रुपये रहा। कंपनी के शेयरों में पिछले एक साल से भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रमोटरों की भी होल्डिंग इस कंपनी में महज 44.93 पर्सेंट है। इसलिए सवाल उठता है कि पब्लिक के पास जब 55.07 पर्सेंट हिस्सेदारी है तो इसका ख्याल कौन रखेगा।
दरअसल जिन कंपनियों में प्रमोटरों की होल्डिंग मेजोरिटी होती है, उनमें कंपनी प्रमोटर भी अपना हिस्सा सुरक्षित रखने के लिए कंपनी को चलाना चाहता है। लेकिन जिनमें प्रमोटरों की हिस्सेदारी कम होती है, उन कंपनियों का भविष्य भगवान भरोसे होता है। एयरस्पेस का कारोबार भी बहुत अच्छा नहीं है। उदाहरण के तौर पर पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कारोबार केवल 1.62 करोड़ रुपये था। इसे 4.84 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। यानी राजस्व का तीन गुना ज्यादा इसका घाटा था। सितंबर तिमाही की बात करें तो इसका राजस्व केवल 51 लाख रुपये रहा और घाटा भी 1.90 करोड़ रुपये हो गया। जून में घाटा 1.28 करोड़ और राजस्व 51 लाख रुपये था। यानी इस दौरान राजस्व स्थिर रहा लेकिन घाटे में जमकर उछाल आया।
विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के पेन्नी स्टॉक निवेशकों को जमकर डुबाते हैं। ऐसे में इनमें निवेश से पहले उन्हें रिसर्च करना चाहिए। एयरपेस मुख्य रूप से आयरन और स्टील प्रोडक्ट की कंपनी है।

