अमेरिका, चीन और यूएई भारत के शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक निर्यातक, 47 फीसदी बढ़ा
मुंबई- चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के लिए अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और चीन शीर्ष निर्यात गंतव्य बनकर उभरे हैं। नीदरलैंड और जर्मनी भी प्रमुख निर्यात गंतव्य हैं। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान उपरोक्त तीन देशों में निर्यात 47 प्रतिशत बढ़कर 12.41 अरब डॉलर हो गया।
वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, यह भौगोलिक विस्तार वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स आपूर्ति श्रृंखला में भारत के बढ़ते एकीकरण को दर्शाता है और एशिया में एक विश्वसनीय वैकल्पिक विनिर्माण केंद्र के रूप में देश के उभरने को रेखांकित करता है। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बना हुआ है, जिसकी हिस्सेदारी 60.17 प्रतिशत है। इसके बाद यूएई (8.09 प्रतिशत), चीन (3.88 प्रतिशत), नीदरलैंड (2.68 प्रतिशत) और जर्मनी (2.09 प्रतिशत) का स्थान है।
भारत के रेडीमेड गारमेंट्स (आरएमजी) के कुल निर्यात में अमेरिका का हिस्सा 34.11 प्रतिशत है। इसके बाद ब्रिटेन (8.81 प्रतिशत), संयुक्त अरब अमीरात (7.85 प्रतिशत), जर्मनी (5.51 प्रतिशत) और स्पेन (5.29 प्रतिशत) का स्थान है। अप्रैल-जून अवधि के दौरान सभी वस्त्रों के आरएमजी का निर्यात बढ़कर 4.19 अरब डॉलर हो गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 3.85 अरब डॉलर था।
भारत के आरएमजी क्षेत्र ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 10.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 15.99 अरब डॉलर का उत्पादन किया। 2023-24 में यह 14.53 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान समुद्री निर्यात 19.45 प्रतिशत बढ़कर 1.95 अरब डॉलर हो गया।