पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आएगी कमी, मंत्री ने बताया यह आइडिया और तारीख
मुंबई- देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी राहत मिलने की संभावना है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसके संकेत दिए हैं। अगर कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें मौजूदा स्तर पर अगले दो से तीन महीने तक बनी रहती हैं तो देश में ईंधन के दाम कम किए जा सकते हैं। इस संकेत के पीछे सरकार की तेल आयात रणनीति में बड़ा बदलाव है। इसके तहत भारत ने अपने कच्चे तेल (क्रूड) के सप्लाई सोर्सेज को 27 से बढ़ाकर 40 देशों तक पहुंचा दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिर स्थिति पर निर्भर करता है। अगर कोई बड़ा भू-राजनीतिक घटनाक्रम, जैसे ईरान-इजराइल तनाव होता है, तो स्थिति बदल सकती है। दरअसल, तेल की कीमतें हाल 65 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई हैं, जिससे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों मुनाफा बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर जनता को राहत दे सकते हैं।
रेटिंग एजेंसियों के अनुसार मौजूदा समय में तेल कंपनियों को पेट्रोल पर प्रति लीटर 12-15 और डीजल पर 6.12 रुपये का मुनाफा हो रहा है। इसके बावजूद, तेल कंपनियों ने पिछले एक साल से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की है। पेट्रोल पर केंद्र सरकार ₹21.90 टैक्स लेती है। दिल्ली की सरकार ₹15.40 वैट लेती है। कुल टैक्स ₹37.30 लीटर है। डीजल पर केंद्र सरकार ₹17.80 प्रति लीटर केंद्र सरकार लेती है। दिल्ली सरकार वैट के रूप में ₹12.83 लीटर ले रही है।
दोनों को मिलाकर कुल टैक्स ₹30.63 लीटर है। देश में हर माह हर व्यक्ति की पेट्रोल की खपत औसतन 2.80 लीटर और डीजल की 6.32 लीटर/माह है। यानी वह पेट्रोल पर हर माह ₹104.44 और डीजल ₹193.58 हर माह टैक्स देता है। दोनों को मिलाकर प्रति महीने ₹298 होता है।