रेपो दर में एक फीसदी कटौती का फायदा उठाते हुए कर्ज वितरण बढ़ाएं बैंक
मुंबई- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों से कहा कि वे रेपो दर में 0.50 फीसदी की कटौती का फायदा उठाएं और कर्ज वितरण में तेजी लाएं। शुक्रवार को बैंकों के साथ बैठक में उन्होंने कहा, उत्पादक क्षेत्रों में कर्ज की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। इसके साथ ही, पिछले वित्त वर्ष में 1.78 लाख करोड़ रुपये के मुनाफे को बनाए रखना भी जरूरी है।
सीतारमण ने कहा, अब वक्त है जब ऋण वितरण को बढ़ाया और रणनीतिक बनाया जाए, ताकि विकासशील क्षेत्रों और छोटे कारोबारों को जरूरी पूंजी मिल सके। रेपो दर में कटौती के बाद बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचे, खासकर छोटे एवं मझोले, कृषि और खुदरा क्षेत्र तक।इससे न सिर्फ बैंक का कर्ज मजबूत होगा,बल्कि आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।
वित्त मंत्री ने कहा, बैंकों को सरकार की योजनाओं के जरिये वित्तीय समावेशन को और मजबूत करना चाहिए। बैठक में जिन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई, उनमें किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शामिल हैं।
सीतारमण ने बैंकों को यह भी चेताया कि लोन बढ़ाते समय क्रेडिट क्वालिटी और रिकवरी की रणनीति पर ध्यान दें, ताकि बुरा फंसा कर्ज यानी एनपीए न बढ़े और सतत लाभ सुनिश्चित किया जा सके।