अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौता जल्द होने की उम्मीद
मुंबई-अमेरिका और यूरोपीय संघ यानी ईयू के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत तेज गति से आगे बढ़ रही है। इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा, 2030 तक दो लाख करोड़ डॉलर के महत्वाकांक्षी निर्यात के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
सीतारमण ने कहा, भारत ने पहले ही संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और चार देशों के ईएफटीए (यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ) ब्लॉक के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। ब्रिटेन के साथ बातचीत पूरी हो चुकी है। अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ बातचीत वास्तव में बहुत तेजी से चल रही है और जल्द ही निष्कर्ष पर पहुंच जाएगी।
एक्जिम बैंक के कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने कहा, अब अधिक मुक्त व्यापार समझौते करने पर जोर दिया जा रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात एक साल पहले की तुलना में छह फीसदी बढ़कर 825 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह 2013-14 के 466 अरब डॉलर से काफी अधिक है। वित्त मंत्री ने निर्यातकों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया और उनसे अपील किया कि वे नवाचार पर ध्यान केंद्रित करें व उत्पादों के लिए नए बाजार खोजें।
सीतारमण ने कहा, देशों के बीच बढ़ रहे तनाव के बावजूद देश की निर्यात वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रही जो वैश्विक औसत 4 प्रतिशत से काफी अधिक है। भारतीय निर्यातकों ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रवाह को बाधित करने वाले कई वैश्विक संकटों से निपटने में उल्लेखनीय सफलता और नवाचार का प्रदर्शन किया है।
हाल के वर्षों में वैश्विक चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर बाहरी दबाव बढ़ रहे हैं। सीतारमण ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक विकास और व्यापार दोनों को नुकसान हुआ है। रूस-यूक्रेन युद्ध हुआ, फिर इस्राइल-गाजा युद्ध हुआ। हर साल हमें व्यापार से जुड़ी एक या दूसरी गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ता है।