रेपो रेट में कटौती के बाद शीर्ष-8 शहरों में मकान खरीदना थोड़ा सस्ता हुआ
मुंबई- आरबीआई की ओर से तीन बार में रेपो दर में एक फीसदी की कटौती के बाद अब शीर्ष-8 शहरों में मकान खरीदना थोड़ा सस्ता हो गया है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार, होम लोन की दरें घटने का असर अब दिखने लगा है। मंगलवार को जारी अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स में कहा गया है कि एक औसत परिवार के लिए मासिक किस्त से यह अनुमान लगाया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, आय के अनुपात में 50 प्रतिशत से अधिक मासिक किस्त को वहनीय नहीं माना जाता है, क्योंकि यह वह सीमा है जिसके आगे बैंक शायद ही कभी मॉर्गेज लोन देते हैं। अहमदाबाद शीर्ष आठ शहरों में सबसे सस्ता है, जिसका अनुपात 18 प्रतिशत है। पुणे 22 और कोलकाता 23 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर है। मुंबई 48 प्रतिशत की सामर्थ्यता के स्तर के साथ सबसे कम किफायती शहर रहा।
सूचकांक के इतिहास में यह पहली बार है कि मुंबई 50 प्रतिशत की सीमा से नीचे आ गया है। बंगलूरू और हैदराबाद में वहनीयता सूचकांक क्रमशः 27 और 30 प्रतिशत पर स्थिर रहा। चेन्नई में सूचकांक पिछले साल के 25 से घटकर जनवरी-जून में 24 प्रतिशत हो गया। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में आवास थोड़ा महंगा हो गया है। यहां का सूचकांक पिछले वर्ष के 27 प्रतिशत से बढ़कर इस वर्ष 28 प्रतिशत हो जाएगा।