डेट फंड से मई में 16,000 करोड़ रुपये की निकासी, अप्रैल में आया था दो लाख करोड़
मुंबई- डेट म्युचुअल फंड्स से मई में 15,908 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। अप्रैल में इस सेगमेंट में 2.19 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। डेट म्युचुअल फंड्स में यह निकासी मुख्य रूप से लिक्विड (liquid fund) और ओवरनाइट फंड (overnight fund) में निकासी के कारण हुई। गिरावट के बावजूद, कई डेट फंड कैटेगरी में निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ी। कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स ने ₹11,983 करोड़ के इनफ्लो के साथ बढ़त हासिल की।
AMFI के आंकड़ों के अनुसार, मई में निवेशकों ने अकेले लिक्विड फंड्स से 40,205 करोड़ रुपये निकाले। जबकि अप्रैल में इस कैटेगरी में 1,18,656 करोड़ का निवेश आया था। वहीं, बीत महीने ओवरनाइट फंड्स में 8,120 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। अप्रैल में इस कैटेगरी में 23,899 करोड़ का निवेश हुआ था। ये दोनों कैटेगरी, आमतौर पर बड़े संस्थागत निवेशों को आकर्षित करती हैं। ये फंड्स शॉर्ट टर्म में लिक्विडिटी की जरूरतों और ट्रेजरी निर्णयों के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं।
मई 2025 में डेट म्युचुअल फंड्स से 15,908 करोड़ रुपये की निकासी का एक कारण एडवांस टैक्स भुगतान के लिए मौसमी रिडेम्प्शन दबाव भी हो सकता है। 15 जून एडवांस टैक्स भुगतान की एक बड़ी समय-सीमा होती है, खासकर कंपनियों के लिए। कंपनियां अक्सर इन भुगतानों की तैयारी के लिए मई में अपने लिक्विड और अल्ट्रा-शॉर्ट-टर्म डेट फंड्स से निवेश निकाल लेती हैं।”
निवेशक अब डेट (debt) से इक्विटी (शेयर बाजार) की ओर जा रहे हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि ब्याज दरों में कटौती से उन्हें इक्विटी में बेहतर रिटर्न मिलेगा। यह रुझान दर्शाता है कि निवेशक यह मान रहे हैं कि कम ब्याज दरें आर्थिक विकास और कंपनियों के मुनाफे को बढ़ाएंगी, जिससे शेयर बाजार अधिक आकर्षक हो जाएगा।”