रामदेव की पतंजलि फिर फंसी, पैसों के लेनदेन में मिली गड़बड़ी पर नोटिस
मुंबई-उद्योगपति रामदेव की कंपनी पतंजलि को केंद्र सरकार ने नोटिस भेजा है। सरकारी जांच एजेंसियों को पतंजलि के पैसों के लेन-देन में गड़बड़ियां मिलीं हैं। एजेंसियों ने कई वित्तीय लेनदेन को संदिग्ध माना है।
कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने पतंजलि को नोटिस जारी कर दो महीने के भीतर जवाब देने को कहा है। कंपनी के खिलाफ कॉर्पोरेट गवर्नेंस नियमों के उल्लंघन और फंड डायवर्जन की आशंका पर जांच शुरू की गई है।
रामदेव ने 3 अप्रैल को पतंजलि के शरबत की लॉन्चिंग की थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा था कि एक कंपनी शरबत बनाती है। उससे जो पैसा मिलता है, उससे मदरसे और मस्जिदें बनवाती है। जैसे लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही शरबत जिहाद भी चल रहा है। इसके खिलाफ रूह अफजा शरबत बनाने वाली कंपनी हमदर्द ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। कंपनी की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने दलीलें दीं। रोहतगी ने कहा कि यह धर्म के नाम पर हमला है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने VIDEO पर नाराजगी जताई। जस्टिस अमित बंसल ने कहा कि यह बयान माफी लायक नहीं है। इसने कोर्ट की अंतरआत्मा झकझोर दी। कोर्ट की फटकार के बाद पतंजलि के फाउंडर रामदेव ने कहा कि हम ऐसे सभी VIDEO हटा लेंगे, जिनमें धार्मिक टिप्पणियां की गई हैं।