किसानों की बल्ले बल्ले, अब 14 फसलों के एमएसपी में किया जोरदार इजाफा
मुंबई- सरकार ने 2025-26 के मार्केटिंग सीजन के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दी। मॉडिफाइड इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम (MISS) को भी जारी रखने के लिए हरी झंडी दी। इसी के साथ महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए 3,399 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान का एमएसपी 69 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। इससे नया रेट 2,369 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। धान (ग्रेड ए) अब 2,389 रुपये प्रति क्विंटल में बिकेगा। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण संकट को कम करने के लिए यह कदम उठाया है। मंत्रिमंडल ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए संशोधित ब्याज सहायता योजना (MISS) को भी जारी रखने की मंजूरी दी है। इस योजना के तहत किसानों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता रहेगा।
एमएसपी वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है। अगर बाजार में कीमतें गिर भी जाती हैं तो भी किसानों को उनकी फसल का एक निश्चित मूल्य मिलता रहता है। खरीफ फसलें वे होती हैं जिन्हें मानसून के मौसम में बोया जाता है। इनमें धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, रागी, मूंग, उड़द, तुअर, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, रामतिल और कपास शामिल हैं।
सबसे ज्यादा एमएसपी नाइजरसीड में बढ़ाया गया है, जो 820 रुपये प्रति क्विंटल है। इसके बाद रागी (596 रुपये), कपास (589 रुपये) और तिल (579 रुपये) का नंबर आता है। मक्का का एमएसपी अब 2,400 रुपये होगा, जो पहले 2,225 रुपये था।
मूंगफली का एमएसपी 480 रुपये, सूरजमुखी का 441 रुपये और सोयाबीन का 436 रुपये बढ़ाया गया है। दालों में अरहर और मूंग का एमएसपी 450 रुपये और 86 रुपये बढ़ाया गया है। जबकि उड़द में 400 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
धान का MSP 69 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है, जिससे नया रेट 2,369 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
एमआईएसएस एक ऐसी योजना है जिसके तहत किसानों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है। यह लोन उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से मिलता है। इस योजना के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन 7% ब्याज दर पर मिल सकता है। इसमें से 1.5% ब्याज सरकार देती है, जिससे बैंकों और संस्थानों को लोन देने में आसानी होती है। इसके अलावा, जो किसान समय पर अपना लोन चुका देते हैं, उन्हें 3% का प्रोत्साहन भी मिलता है। इससे उनके लोन पर लगने वाला ब्याज घटकर सिर्फ 4% रह जाता है। देश भर के 7.75 करोड़ से ज्यादा KCC खाताधारकों को फायदा पहुंचाएगी।