सोने की कीमतों में आगे आ सकती है गिरावट, 82,000 तक जाने की उम्मीद
मुंबई- सोने की कीमत में गिरावट आ सकती है। क्वांट म्यूचुअल फंड का कहना है कि सोने का भाव शायद अब ऊपर जा चुका है। इसमें डॉलर के मुकाबले 12 से 15% तक की गिरावट आ सकती है। हालांकि इसके बाद सोने की कीमत में फिर से तेजी देखी आ सकती है।
क्वांट म्यूचुअल फंड ने कहा, सोना और तेल दोनों में ही फिलहाल गिरावट आ सकती है। लेकिन, लंबी अवधि में सोने में बहुत संभावनाएं हैं। कच्चे तेल की कीमतें भी अब ज्यादा नीचे नहीं जा सकती हैं। आमतौर पर मई के महीने में लोग मुनाफा कमाते हैं और शेयर बेचते हैं। क्वांट म्यूचुअल फंड का मानना है कि साल 2025 में भी ऐसा ही हो सकता है। अमेरिका में शेयरों की कीमतों में काफी गिरावट आई है, इसलिए अब वे फिर से बढ़ सकते हैं।
2024 के मध्य में सोना 2,500 डॉलर प्रति औंस था। अप्रैल 2025 में यह बढ़कर 3,500 डॉलर प्रति औंस के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। अब ऐसा लग रहा है कि सोना एक अहम मोड़ पर खड़ा है। पिछले कुछ हफ्तों में सोने के दाम 7% से ज्यादा गिरे हैं। अब यह 3,250 डॉलर पर आ गया है। इससे निवेशकों में चिंता है कि क्या सोने की ऐतिहासिक तेजी खत्म होने वाली है।
सोने और चांदी का अनुपात अभी 100:1 के आसपास है। इसका मतलब है कि सोना 3,250 डॉलर पर है और चांदी 32.5 डॉलर के आसपास है। पहले यह अनुपात 70:1 के करीब रहता था। जानकारों का कहना है कि या तो सोने के दाम और गिरने चाहिए या चांदी के दाम बहुत ज्यादा बढ़ने चाहिए। तभी यह अनुपात पहले जैसा हो पाएगा। लेकिन अभी चांदी में ऐसी कोई तेजी नहीं दिख रही है।
मुंबई- सोने की कीमत में गिरावट आ सकती है। क्वांट म्यूचुअल फंड का कहना है कि सोने का भाव शायद अब ऊपर जा चुका है। इसमें डॉलर के मुकाबले 12 से 15% तक की गिरावट आ सकती है। हालांकि इसके बाद सोने की कीमत में फिर से तेजी देखी आ सकती है।
क्वांट म्यूचुअल फंड ने कहा, सोना और तेल दोनों में ही फिलहाल गिरावट आ सकती है। लेकिन, लंबी अवधि में सोने में बहुत संभावनाएं हैं। कच्चे तेल की कीमतें भी अब ज्यादा नीचे नहीं जा सकती हैं। आमतौर पर मई के महीने में लोग मुनाफा कमाते हैं और शेयर बेचते हैं। क्वांट म्यूचुअल फंड का मानना है कि साल 2025 में भी ऐसा ही हो सकता है। अमेरिका में शेयरों की कीमतों में काफी गिरावट आई है, इसलिए अब वे फिर से बढ़ सकते हैं।
2024 के मध्य में सोना 2,500 डॉलर प्रति औंस था। अप्रैल 2025 में यह बढ़कर 3,500 डॉलर प्रति औंस के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। अब ऐसा लग रहा है कि सोना एक अहम मोड़ पर खड़ा है। पिछले कुछ हफ्तों में सोने के दाम 7% से ज्यादा गिरे हैं। अब यह 3,250 डॉलर पर आ गया है। इससे निवेशकों में चिंता है कि क्या सोने की ऐतिहासिक तेजी खत्म होने वाली है।
सोने और चांदी का अनुपात अभी 100:1 के आसपास है। इसका मतलब है कि सोना 3,250 डॉलर पर है और चांदी 32.5 डॉलर के आसपास है। पहले यह अनुपात 70:1 के करीब रहता था। जानकारों का कहना है कि या तो सोने के दाम और गिरने चाहिए या चांदी के दाम बहुत ज्यादा बढ़ने चाहिए। तभी यह अनुपात पहले जैसा हो पाएगा। लेकिन अभी चांदी में ऐसी कोई तेजी नहीं दिख रही है।