39 प्रतिशत इक्विटी म्युचुअल फंड रिटर्न के मामले में बेंचमार्क को पीछे छोड़ा
मुंबई- म्युचुअल फंड बाजार में अब रिकवरी देखने को मिल रही है। यह रिकवरी इतनी शानदार है कि लगभग 39 प्रतिशत इक्विटी म्युचुअल फंड ने रिटर्न देने के मामले में अपने बेंचमार्क को पीछे छोड़ दिया है। जबकि पिछले कुछ महीनों में लगभग सभी म्युचुअल फंड स्कीम का शॉर्ट टर्म रिटर्न निगेटिव में था।
सेक्टोरल/थीमैटिक फंड्स को छोड़कर इक्विटी म्युचुअल फंड्स का AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) फरवरी 2025 में ₹23,12,571 करोड़ से बढ़कर मार्च 2025 में ₹24,90,218 करोड़ हो गया। यह 7.68% की हल्की बढ़त दर्शाताहै। 298 ओपन-एंडेड इक्विटी फंड्स में से 38.64% फंड्स ने मार्च 2025 में अपने-अपने बेंचमार्क को पीछे छोड़ा। कुल मिलाकर, इस अवधि में 114 फंड्स ने रिटर्न देने के मामले में अपने बेंचमार्क को पछाड़ दिया।
मार्च 2025 में लार्ज कैप फंड्स ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। इस कैटेगरी की 71.88% स्कीमों ने अपने बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दिया। इसके बाद लार्ज एंड मिड कैप फंड्स का नंबर रहा, जिनमें 58.06% स्कीमों ने बेंचमार्क को पछाड़ा। मिड कैप फंड्स में यह आंकड़ा 51.72% रहा। स्मॉल कैप फंड्स ने सबसे कमजोर प्रदर्शन किया। इस कैटेगरी में सिर्फ 10% स्कीमों ने ही अपने बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दिया।
हालांकि शॉर्ट टर्म में फंड परफॉर्मेंस में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) ने लगातार अच्छा रिटर्न देना जारी रखा। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 3 वर्षों में टॉप-क्वार्टाइल इक्विटी फंड्स में SIP करने पर औसतन सालाना 12% से ज्यादा का रिटर्न मिला है। यह एक बार फिर साबित करता है कि अनुशासित और लंबी अवधि का निवेश फायदेमंद होता है। रिपोर्ट में निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे अपने SIP निवेश को जारी रखें और निवेश का लॉन्ग टर्म नजरिया बनाए रखें।