हर भारी गिरावट के बाद शेयर बाजार में उससे ज्यादा तेजी आई, देखें आंकड़े
मुंबई- शेयर बाजार में इस समय भारी गिरावट है। लेकिन जब भी भारी गिरावट आई है, बाजार उससे ज्यादा तेजी से उबर गया है और निवेशकों को मालामाल कर दिया है। ऐसे में वर्तमान गिरावट से भी बाजार को उबरने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगेगा।
याद करें, देशभर में माहौल था कि अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में NDA लोकसभा चुनाव 2004 जीत रहा है। लेकिन रिजल्ट उम्मीद के उलट रहा और NDA चुनाव हार गया। इस अप्रत्याशित हार से राजनीतिक अनिश्चितता और घबराहट में बिकवाली हुई और 17 मई 2004 को बाजार 16 पर्सेंट गिर गया। यह बाजार में किसी एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी।
दूसरी सबसे बड़ी गिरावट (13%) 23 मार्च 2020 को आई। तब दुनियाभर में कोरोना महामारी का डर था। सरकार ने देश में महामारी की आशंकाओं के बीच लॉकडाउन की घोषणा कर दी। पिछली 5 बड़ी गिरावट से रिकवरी में ढाई-महीने से ढाई-साल लगे हैं।
नवंबर 2019 से बाजार 41,000 के आसपास कारोबार कर रहा था। वैश्विक स्तर पर कोरोना लॉकडाउन के कारण 23 मार्च 2020 को 13% से ज्यादा गिरकर 25,900 तक आ गया। नवंबर 2020 में बाजार ने फिर से अपने पुराने स्तर यानी 40,000 को छू लिया, तब से ग्रोथ जारी है।
इसी तरह से 22 अप्रैल 1992 में शेयर बाजार 4400 के स्तर पर था। 28 अप्रैल 1992 को करीब 13% गिरकर 3900 के स्तर पर आ गया। गिरावट नवंबर 1993 तक जारी रही, 16 अगस्त 1994 को पहली बार अपने पुराने लेवल को क्रॉस किया। 24 अक्टूबर 2008 को 10.95% गिरा, 22 महीने में रिकवर हुआ अक्टूबर 2008 तक यह 10,000 तक आ गया। इसी हफ्ते रिकवरी भी शुरू हुई, हालांकि इसमें करीब 22 महीने का समय लगा और जुलाई 2010 में बाजार अपने पुराने स्तर पर आया।