बायजू के मालिक रवींद्रन बोले, जल्द रीलांच होगी कंपनी, हम फिर से उठेंगे
मुंबई- कर्ज में डूबी एडटेक कंपनी बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कहा है कि वे जल्द ही कंपनी को रिलॉन्च करेंगे। रवींद्रन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में अपनी पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘टूटे थे, टूटे नहीं हैं। हम फिर से उठेंगे।
2022 तक बायजू की वैल्यू करीब 1.88 लाख करोड़ रुपए थी, लेकिन फाइनेंशियल मिस मैनेजमेंट और अन्य समस्याओं के कारण 2024 में कंपनी की नेटवर्थ जीरो हो गई। 2011 में बायजू रवींद्रन ने बायजूस की शुरुआत एक छोटे ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म के रूप में की थी।
बायजू ने कहा, एक बार फिर जब हम अपनी कंपनी को रिलॉन्च करेंगे, जो मुझे लगता है कि उम्मीद से पहले ही हो जाएगा – तो विशेष रूप से हम अपने पुराने लोगों को हायर करेंगे। मेरा अति-आशावादी होना कुछ लोगों को पागलपन लग सकता है, लेकिन यह मत भूलिए कि नंबर एक बनने के लिए आपको अलग और अजीब होना पड़ता है।
कुछ भी उतना अच्छा नहीं होता जितना लगता है, न ही उतना बुरा जितना आपको विश्वास दिलाया जाता है। सच्चाई आमतौर पर कहीं बीच में होती है। इसलिए मैं पिछले 20 सालों के बारे में बात करने आया हूं- अच्छे 17, बुरे 2 और बदसूरत 1, कोई फिल्टर नहीं, केवल तथ्य।
2011 में रवींद्रन ने बायजूस की शुरुआत एक छोटे एजुकेशन प्लेटफॉर्म के रूप में की। यह कोचिंग क्लासेस से शुरू हुआ, लेकिन 2015 में ऐप लॉन्च के साथ यह तेजी से बढ़ा। बच्चों के लिए इंटरैक्टिव लर्निंग, आसान भाषा और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इसकी खासियत बनी।
2020-21 में कोविड महामारी ने ऑनलाइन एजुकेशन की डिमांड बढ़ा दी और बायजूस ने इसका पूरा फायदा उठाया। आक्रामक मार्केटिंग (शाहरुख खान जैसे ब्रांड एम्बेसडर) और अधिग्रहण (व्हाइटहैट जूनियर, आकाश जैसी कंपनियां) ने इसे 2022 तक $22 बिलियन की वैल्यूएशन तक पहुंचा दिया, जिससे यह भारत का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप बन गया। 2022 के बाद बायजूस की चमक फीकी पड़ने लगी। आक्रामक विस्तार और अधिग्रहण के लिए लिया गया भारी कर्ज कंपनी पर बोझ बन गया।