सेबी के नए चेयरमैन ने संभाला पद, लेकिन माधबी पुरी बुच रहीं गैर हाजिर
मुंबई- अनुभवी नौकरशाह तुहिन कांत पांडे ने पारदर्शिता और टीम वर्क पर ध्यान देने का वादा करते हुए सेबी चेयरमैन का पदभार ग्रहण कर लिया। हालांकि, जब वे शनिवार की दोपहर पदभार ग्रहण करने के लिए सेबी के बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स मुख्यालय पहुंचे तो पूर्व प्रमुख माधबी पुरी बुच अनुपस्थित रहीं। बुच ने कहा, वे अस्वस्थ हैं और ऑफिस नहीं आ पाएंगी।
माधबी पुरी बुच हाल में अदाणी-हिंडनबर्ग के घेरे में आ गई। उन पर आरोप लगा था कि वे सेबी चेयरमैन रहते समय अदाणी के मामलों की जांच नहीं कर रही हैं और उनका सहयोग कर रही हैं। इस मामले में भाजपा और कांग्रेस के बीच भी जमकर आरोप प्रत्यारोप हुए थे।
पूर्व वित्त सचिव 59 वर्षीय पांडे ने कहा, सेबी बहुत ही मजबूत बाजार संस्थान है। इसे कई वर्षों में लगातार सफल लीडरों के साथ बनाया गया है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, हमारा चार टी पर फोकस है। इनमें ट्रस्ट (विश्वास), ट्रासंपरेंसी (पारदर्शिता), टीम वर्क और टेक्नोलॉजी यानी प्रौद्योगिकी शामिल है। मुझे लगता है कि ये चार सेबी को विशिष्ट बनाते हैं। हम दुनिया में सबसे अच्छे बाजार संस्थानों में से एक बनाना जारी रखेंगे।
पांडे ने ऐसे समय में सेबी के प्रमुख का पद संभाला है, जब विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी के बाद बाजार में मंदी का दबाव देखा जा रहा है। एफआईआई ने जनवरी से अब तक 1.12 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है।