2026 तक भारत दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनेगा, जर्मनी, चीन पीछे
मुंबई-भारत 2026 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बन जाएगा। 2013 से 2023 के दौरान भारत की खपत में सालाना 7.2% की जोरदार बढ़ोतरी हुई है। यह दर अमेरिका, चीन और जर्मनी जैसे विकसित देशों से भी ज्यादा है। यानी इस दौड़ में ये तीनों ही भारत से पीछे रहे।
डेलॉयट इंडिया और रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (RAI) की रिपोर्ट के अनुसार, देश में निजी खपत तेजी से बढ़ रही है। 2024 में यह 2,100 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई है। साल 2013 के 1,000 अरब डॉलर के मुकाबले यह लगभग दोगुना है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण बढ़ती आय, डिजिटल तकनीक का बढ़ता इस्तेमाल और बदलती उपभोक्ता प्राथमिकताएं हैं। इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि 2030 तक अधिक कमाई वाले भारतीयों की संख्या में भी काफी इजाफा होगा।
भारत की निजी खपत में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। यह 2013 के 1,000 अरब डॉलर से बढ़कर 2024 में 2,100 अरब डॉलर हो गई है। यह लगभग दोगुनी है। रिपोर्ट के अनुसार, 2013 से 2023 के बीच भारत की खपत में सालाना 7.2% का इजाफा हुआ है। यह दर अमेरिका, चीन और जर्मनी जैसे विकसित देशों से भी ज्यादा है।
रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक 10,000 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा कमाने वाले भारतीयों की संख्या लगभग तीन गुना हो जाएगी। 2024 में ऐसे लोगों की संख्या 6 करोड़ थी, जो 2030 में बढ़कर 16.5 करोड़ हो जाने की उम्मीद है। यह मध्यम वर्ग की बढ़ती ताकत और विवेकाधीन खर्च में बदलाव का संकेत है। विवेकाधीन खर्च का मतलब है जरूरी चीजों के अलावा अन्य चीजों पर खर्च, जैसे मनोरंजन, यात्रा और ब्रांडेड सामान।
विवेकाधीन व्यय में बढ़ोतरी, डिजिटल कॉमर्स का विस्तार और कर्ज तक बढ़ती पहुंच ब्रांड से जुड़ाव के नियमों को फिर से परिभाषित कर रही है।’ उनके अनुसार, बढ़ता हुआ विवेकाधीन खर्च, ऑनलाइन खरीदारी का विस्तार और आसान लोन ब्रांड के साथ ग्राहकों के जुड़ाव को बदल रहे हैं।
RAI के सीईओ कुमार राजगोपालन ने बताया कि भारत का विवेकाधीन खर्च बढ़ती आमदनी, डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल और बदलती उपभोक्ता पसंद की वजह से तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा, ‘जैसे-जैसे संगठित खुदरा और नए वाणिज्य मॉडल का विस्तार होगा, इन ट्रेंड के साथ तालमेल बैठाने वाले व्यवसायों को विकास और नवाचार के लिए अपार अवसर मिलेंगे।’ यानी जो व्यवसाय इन बदलावों के साथ चलेंगे, उन्हें आगे बढ़ने और नए काम करने के बहुत मौके मिलेंगे।