जोहो संस्थापक व सीईओ श्रीधर वेम्बू ने छोड़ा पद, अब रिसर्च पर करेंगे काम
मुंबई- सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो के फाउंडर और लंबे समय से CEO रहे श्रीधर वेम्बू ने अपना पद छोड़ दिया है। अब वे कंपनी के चीफ साइंटिस्ट के तौर पर काम करेंगे। यहां वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप-टेक पर फोकस्ड रिसर्च और इनोवेशन पर काम करेंगे। कंपनी के को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे नए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर होंगे।
श्रीधर वेम्बू ने X पर लिखा, ‘मौजूदा समय के चुनौतियों, अवसर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में हुए डेवलपमेंट को देखते हुए मैंने फैसला किया है कि अब मुझे अपने पर्सनल रूरल डेवेलपमेंट मिशन के साथ साथ फुल टाइम रिसर्च एंड डेवेलपमेंट (R&D) के काम पर फोकस करना चाहिए।’
को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे नए ग्रुप CEO के रूप में काम करेंगे। को-फाउंडर टोनी थॉमस जोहो US को लीड करेंगे। राजेश गणेशन मैनेज-इंजन डिवीजन का नेतृत्व करेंगे और मणि वेम्बू जोहो डॉट कॉम डिवीजन को लीड करेंगे।
श्रीधर वेम्बू ने करियर की शुरुआत सैन डिएगो कैलिफोर्निया से क्वालकॉम के साथ वायरलेस इंजीनियर के रूप की थी। पिछले साल भारत के 39वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। सॉफ्टवेयर-एज-अ-सर्विस (SaaS) प्लेयर जोहो को वित्त वर्ष 2023 में 2,836 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। रेवेन्यू 8,703 करोड़ रुपए रहा।