विमानों की देरी से नवंबर में 2.24 लाख यात्री परेशान, 2.9 करोड़ मिला मुआवजा

मुंबई- घरेलू बाजार में विमानन कंपनियों की देरी से नवंबर में 2.24 लाख यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इसके एवज में कंपनियों ने ग्राहकों को मुआवजे के तौर पर 2.9 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए के मुताबिक, समय पर आवागमन करने में 74.5 फीसदी के साथ इंडिगो शीर्ष पर रही है।

अकासा के 66.4 फीसदी विमान और स्पाइसजेट के 62.5 फीसदी विमान समय पर रहे। यात्रियों से संबंधित 624 शिकायतें विमानन कंपनियों को नवंबर में मिलीं थीं। 3,539 यात्रियों को विमान में बैठने से मना कर दिया गया। इसके एवज में कंपनियों ने ग्राहकों को 2.84 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया। विमानों के रद्द होने से 27,577 यात्री प्रभावित हुए थे।

घरेलू बाजार में नवंबर में 1.42 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की है। एक साल पहले की समान अवधि के 1.27 करोड़ की तुलना में यह 12 प्रतिशत अधिक है। इस साल जनवरी से नवंबर के बीच कुल 14.64 करोड़ ने यात्रा की है। एक साल पहले इसी अवधि में 13.82 करोड़ ने यात्रा की थी। 63.6 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ इंडिगो शीर्ष पर है। एअर इंडिया की 24.4 फीसदी, अकासा की 4.7 फीसदी और स्पाइसजेट की 3.1 फीसदी हिस्सेदारी रही है।

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