जीएसटी: बीमा प्रीमियम पर राहत, जूते, घड़ी व लग्जरी वस्तुओं पर 35 फीसदी की तैयारी
मुंबई- जीएसटी परिषद जीवन-स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम, कोल्ड ड्रिंक और बोतल बंद पानी की दरों में कटौती पर विचार कर सकती है। जबकि लग्जरी कलाई घड़ियों, जूते और परिधान पर कर बढ़ा सकती है। हानिकारक वस्तुओं के लिए एक अलग 35 फीसदी कर स्लैब भी आ सकता है।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की 55वीं बैठक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शनिवार को राजस्थान के जैसलमेर में होगी। बैठक में लगभग 148 वस्तुओं की दरों में बदलाव पर चर्चा की संभावना है। केंद्र और राज्यों के कर अधिकारियों वाली फिटमेंट कमेटी ने ईवी के साथ-साथ छोटे पेट्रोल और डीजल वाहनों की बिक्री पर दर को मौजूदा 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है।
जीएसटी मुआवजा उपकर पर मंत्रियों के समूह को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए जून, 2025 तक छह महीने का विस्तार मिलने की संभावना है। यह व्यवस्था मार्च, 2026 में समाप्त हो रही है। जीएसटी परिषद ने मंत्रियों का एक पैनल गठित किया है। उपकर से प्राप्त आय, जिसे मूल रूप से जीएसटी लागू होने के बाद पांच साल या जून 2022 तक के लिए नियोजित किया गया था।
टर्म इंश्योरेंस: टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर व वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर छूट, अन्य लोगों के लिए 5 लाख तक के कवरेज वाली पॉलिसियों पर छूट, लक्जरी सामान वस्तुओं पर दरों में वृद्धि, कलाई घड़ियां (25,000 से अधिक) 18% से बढ़ाकर 28%, महंगे जूते (15,000 से अधिक): 18% से बढ़ाकर 28 पर्सेंट करने की तैयारी है।
सिगरेट और तंबाकू: मौजूदा 28% से बढ़ाकर 35% किया जा सकता है टैक्स। विमानन ईंधन को जीएसटी में लाने पर विचार, ऐसा हुआ तो एयरलाइनों को इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ मिलेगा। पैकेज्ड पीने का पानी (20 लीटर या अधिक): 18% से घटाकर 5% करने की सिफारिश है।