फिच और एसएंडपी के बाद मूडीज का अदाणी को झटका, 7 कंपनियों की रेटिंग बदली
मुंबई- अमेरिका में रिश्वतखोरी घोटाले के बीच गौतम अदाणी को जबरदस्त झटका लगा है। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने समूह की सात कंपनियों का आउटलुक स्थिर से नकारात्मक कर दिया है। इससे समूह को कर्ज लेने और निवेश लाने में समस्या पैदा हो सकती है।
जिन कंपनियों की रेटिंग में बदलाव किया गया है, उनमें अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अदाणी ग्रीन एनर्जी की दो प्रतिबंधित इकाइयां, अदाणी ट्रांसमिशन स्टेप-वन, अदाणी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल, अदाणी ट्रांसपोर्टेशन समूह 1 (एईएसएल आरजी1) और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई हैं। मूडीज ने मंगलवार को कहा, रेटिंग कार्रवाई में रेटेड अडाणी समूह की संस्थाओं में कमजोरियों की संभावना के साथ-साथ उनकी पूंजीगत खर्च योजनाओं सहित संभावित परिचालन में अड़चन हो सकती है।
मूडीज के मुताबिक, अगर कानूनी कार्यवाही के कारण कंपनियों के संचालन या पूंजी तक पहुंच में कोई महत्वपूर्ण बाधा आती है तो हम समूह संस्थाओं की रेटिंग को डाउनग्रेड कर सकते हैं। यदि समूह चल रही कानूनी कार्यवाही से जुड़े गवर्नेंस के मुद्दों को सुधारने में असमर्थ है तो भी डाउनग्रेड की भी संभावना है। हालांकि, यदि कानूनी कार्यवाही बिना किसी महत्वपूर्ण नकारात्मक क्रेडिट प्रभाव के स्पष्ट रूप से समाप्त हो जाती है, तो हम रेटिंग दृष्टिकोण को स्थिर में बदल सकते हैं।
इससे पहले फिच ने भी समूह की कई कंपनियों और बॉन्डों की रेटिंग नकारात्मक कर दी थी। रेटिंग एजेंसियों ने समूह के लिए संभावित फंडिंग चुनौतियों और उच्च लागत का हवाला देने के बाद यह कार्रवाई की है। फिच के मुताबिक, अमेरिका में जो विवाद हुआ है, वो मुख्य तौर पर अदाणी एनर्जी से जुड़ा है, लेकिन इसका असर समूह की बाकी कंपनियों पर भी पड़ सकता है। अदाणी के खिलाफ चल रही जांच पर नजर बनाए हुई है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने भी अदाणी समूह की कंपनियों की तीन कंपनियों की रेटिंग को घटाकर नकारात्मक कर दिया था। इसमें अदाणी पोर्ट व अदाणी ग्रीन भी थीं। इसका कहना है कि ग्रुप के नकदी प्रवाह और गवर्नेंस को लेकर बड़ी गंभीर समस्या है। रेटिंग एजेंसी ने रेटिंग को बीबीबी- पर बरकरार रखा है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी में 20 फीसदी हिस्सा रखने वाली टोटल एनर्जी ने सोमवार को कहा, वह अब अदाणी समूह में कोई निवेश नहीं करेगी। उसके इस बयान के बाद कई और निवेशक भी अब पीछे हट सकते हैं। हालांकि, कई देशों और निवेशकों ने पहले ही समूह में सौदे रद्द कर दिए हैं या निवेश रोक दिया है। केन्या ने दो अरब डॉलर से अधिक की खरीद प्रक्रिया रद्द कर दी है। इसमें मुख्य हवाई अड्डा अदाणी समूह को दिया जाना था। बांग्लादेश ने कहा, वह इस पूरे मामले की समीक्षा करेगा।