वैश्विक बाजारों में 2025 में 5 फीसदी घटेंगे कमोडिटी के दाम, कच्चा तेल भी सस्ता
मुंबई- विश्व बैंक समूह का मानना है कि वैश्विक बाजारों में कमोडिटी की कीमतें 2025 में पांच प्रतिशत और 2026 में दो प्रतिशत कम हो जाएंगी। इस साल तीन प्रतिशत की गिरावट के बाद कीमतें 2020 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच जाएगी। तेल के दाम में कमी से कमोडिटी कीमत को घटाने में समर्थन मिलेगा।
विश्व बैंक ने रविवार को कहा, ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 2025 में 73 डॉलर और 2026 में 72 डॉलर तक गिरने से पहले 2024 में औसतन 80 डॉलर प्रति बैरल हो सकती हैं। इसका कारण धीमी वैश्विक मांग विशेष रूप से चीन से और विविध तेल उत्पादन व ओपेक प्लस देशों के भीतर आपूर्ति क्षमता में वृद्धि शामिल है।
विश्व बैंक ने कहा, पश्चिमी एशियाई देशों में युद्ध बढ़ने की संभावना एक अल्पकालिक जोखिम होगी जो कीमतों को बढ़ा सकती है। इससे अन्य कमोडिटी बाजार प्रभावित हो सकते हैं। ऊर्जा क्षेत्र भी अल्पावधि में मूल्य स्थितियों को प्रभावित करता है। क्षेत्रीय संघर्षों के बाद अक्तूबर 2023 और अप्रैल 2024 में कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गईं थीं।
रिपोर्ट के अनुसार, कमोडिटी की कीमतों में ऊपर और नीचे दोनों जोखिम देखने को मिल सकते हैं। बढ़ते वैश्विक आर्थिक प्रोत्साहन, विशेष रूप से चीन से और जलवायु परिवर्तन के कारण विपरीत मौसम की स्थिति से कीमतें बढ़ सकती हैं। वैश्विक औद्योगिक गतिविधि में कमजोरी से मांग में कमी आ सकती है।