ओला के खिलाफ मिलीं 10,000 शिकायतें, उपभोक्ता मंत्रालय ने भेजा नोटिस
मुंबई- ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ पिछले एक साल में 10,000 शिकायतें मिलीं हैं। इन शिकायतों के आधार पर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। कंपनी का शेयर सोमवार को 9 फीसदी तक गिर गया था। हालांकि, अपने शीर्ष भाव से इसने निवेशकों को 43 फीसदी का घाटा दिया है।
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा, उसे केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार प्रथाओं के लिए कारण बताओ नोटिस मिला है। इसका 15 दिनों में जवाब देना है। अगस्त में शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद कंपनी की बिक्री लगातार घटने से शेयरों में गिरावट आई है। इसका शेयर 157 रुपये से घटकर 95 रुपये पर आ गया है।
ओला के नाराज ग्राहक लगातार सोशल मीडिया पर शिकायतों की भरमार लगा रहे हैं। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि सरकार को सितंबर 2023 और अगस्त 2024 के बीच विलंबित और असंतोषजनक सेवाओं और गलत चालान जैसे मुद्दों के बारे में 10,000 से अधिक शिकायतें मिलीं थीं। शिकायतों की इतनी संख्या बहुत ज्यादा है। इसके बाद नोटिस भेजा गया है।
खरे ने कहा, बार-बार इसी तरह की शिकायतें आ रही हैं। इससे बड़ी संख्या में ग्राहक प्रभावित हो रहे हैं। कुछ शिकायतें कंपनी के गैर-पेशेवर आचरण के आरोपों से संबंधित थीं।