डिपॉजिट की सुस्त वृद्धि और कर्ज में तेजी से बैंकों को बॉन्ड से जुटाने होंगे पैसे
मुंबई। धीमी जमा वृद्धि से बैंकों को अब दूसरे रास्तों से पैसे जुटाने होंगे। रेटिंग एजेंसी इक्रा का मानना है कि चालू वित्त वर्ष में बैंकों को बॉन्ड जारी करके 1.3 लाख करोड़ रुपये जुटाने होंगे। बॉन्ड के जरिये जुटाई जाने वाली यह रकम अब तक की सबसे ज्यादा रकम होगी। जमा और कर्ज वृद्धि के बीच जारी अंतर को कम करना होगा।
इक्रा ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा, लगभग 85 फीसदी बॉन्ड सरकारी बैंक जारी करेंगे। यह बॉन्ड इंफ्रा क्षेत्र के होंगे। तरलता की विकट स्थिति और कर्ज वृद्धि लगातार जमा वृद्धि से अधिक होने के कारण बैंकों द्वारा वैकल्पिक स्रोतों से धन उगाहना जरूरी हो गया है। बैंकों ने 2023-24 में बॉन्ड से एक लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। इससे पहले 2022-23 में रिकॉर्ड 1.1 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे।
बैंकों ने चालू वित्त वर्ष में अब तक बॉन्ड से 76,700 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में इसी अवधि के दौरान जुटाई गई रकम से यह काफी ज्यादा है। 30 जून, 2024 तक बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बैंकों की अग्रिम राशि 13-14 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। सरकारी बैंकों का इसमें 75 प्रतिशत हिस्सा है।