वोडाफोन आइडिया का शेयर दो रुपये तक जा सकता है, कल 20 पर्सेंट टूटा
मुंबई- कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में कल भारी गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान यह करीब 20 फीसदी गिरावट के साथ 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया।
सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की नए सिरे से गणना करने के टेलिकॉम कंपनियों के अनुरोध को गुरुवार को खारिज कर दिया था। एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट से पिछले आदेश के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दायर की थी। इन कंपनियों की दलील थी कि टेलिकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट ने एजीआर बकाया की गणना में गलतियां की थी जिन्हें सुधारा जाना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।
विभाग ने वोडाफोन आइडिया से 2019 में 58,000 करोड़ रुपये की डिमांड की थी। ब्याज लगाने के साथ यह रकम वित्त वर्ष 2024 के अंत तक 70,320 करोड़ रुपये हो गया है। हाल में वैश्विक ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैश ने वोडाफोन आइडिया के शेयर का टारगेट प्राइस 2.5 रुपये रखा है। यानी कंपनी का शेयर अभी 83 प्रतिशत तक गिर सकता है। गोल्डमैन ने एक रिपोर्ट में कहा कि वोडाफोन आइडिया भारती एयरटेल तथा जियो से लगभग 100 प्रतिशत प्रीमियम है।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि कमजोर ग्रोथ, मार्जिन रिटर्न तथा प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बैलेंस शीट प्रोफाइल को देखते हुए हमें इस प्रीमियम के सीमित कारण दिखाई देते हैं। वोडाफोन आइडिया देश की तीसरी बड़ी टेलिकॉम कंपनी है लेकिन लंबे समय से यह वित्तीय परेशानी से जूझ रही है। कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 19.15 रुपये है। 28 जून को यह इस स्तर पर पहुंचा था। कंपनी का मार्केट कैप अब करीब 74,055 करोड़ रुपये रह गया है।