बोनस इश्यू शेयर रिकॉर्ड तारीख से दो दिन बाद ही ट्रेडिंग के लिए होंगे उपलब्ध
मुंबई- एक अक्टूबर या उसके बाद अनाउंस किए जाने वाले सभी बोनस इश्यू यानी शेयर्स अब रिकॉर्ड डेट से दो दिन बाद ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे। अभी तक ऐसे इश्यू के शेयर्स रिकॉर्ड डेट से लगभग दो सप्ताह बाद ही होती है।
रिकॉर्ड डेट, वो कटऑफ डेट है, जिस पर इश्युअर कंपनी यह फैसला लेने के लिए विचार करती है कि कौन से शेयरहोल्डर्स बोनस इश्यू के लिए पात्र हैं। सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI ने 16 सितंबर को जारी एक सर्कुलर में बताया कि बोनस शेयरों की T+2 ट्रेडिंग को इनेबल कर दिया गया है, जहां T का मतलब रिकॉर्ड डेट है।
सर्कुलर में इसके लिए प्रोसीजर की डीटेल्स दी गई है और कहा गया है कि प्रोसेस में मेंशन टाइमलाइन के कंप्लायंस में किसी भी प्रकार की देरी पर सेबी के सर्कुलर देख सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस तरह से है।
बोनस इश्यू प्रस्तावित करने वाली इश्युअर कंपनी को बोनस इश्यू को मंजूरी देने वाली बोर्ड मीटिंग की डेट से 5 वर्किंग डे के भीतर स्टॉक एक्सचेंज में सेबी (LODR) रेगुलेशंस 2015 के रेगुलेशन 28(1) के तहत इन-प्रिंसिपल अप्रूवल के लिए अप्लाई करना होगा।
जारीकर्ता कंपनी से रिकॉर्ड डेट (T Day) और एक्सपेक्टेड डॉक्यूमेंट्स की सूचना प्राप्त होने पर, स्टॉक एक्सचेंज रिकॉर्ड डेट को स्वीकार करते हुए और बोनस इश्यू में विचार किए गए शेयरों की संख्या को अधिसूचित करते हुए नोटिफिकेशन जारी करेगा। नोटिफिकेशन में अलॉटमेंट की एक्सपेक्टेड डेट (T+1 day) शामिल होगी।
जारीकर्ता कंपनी डिपॉजिटरी के DN डेटाबेस में डिस्टिंक्टिव नंबर (DN) रेंज को अपलोड करना सुनिश्चित करेगी और स्टॉक एक्सचेंज बोनस शेयरों के क्रेडिट से पहले संबंधित तारीख को अपडेट करना सुनिश्चित करेगा। बोनस इश्यू के तहत अलॉटेड शेयर्स अलॉटमेंट की अगली वर्किंग डेट (T+2 day) को ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।