संसद की पीएसी सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को बुला सकती है जांच के लिए
मुंबई- पार्लियामेंट की पब्लिक अकाउंट कमेटी (PAC) सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) चीफ माधबी पुरी बुच पर लगे आरोपों पर जांच के लिए समन जारी कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक रेगुलेटरी बॉडी के कामकाज की जांच अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोप और इस मामले में सेबी चीफ का नाम शामिल होने से है।
PAC इस मामले में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालयों के अधिकारियों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। इस मामले में जांच के लिए बुच को सितंबर के अंत तक PAC के सामने पेश होने के लिए बुलाया जा सकता है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली PAC ने कहा कि वह 2024-25 सेशन के दौरान रेगुलेटरी बॉडिज और सेबी की के कामकाज का रिव्यू करेगी। इस दौरान माधबी बुच से पूछताछ भी हो सकती है।
इससे पहले सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के सैकड़ों कर्मचारियों ने गुरुवार की सुबह टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि टॉप मैनेजमेंट काम को लेकर दबाव बनाता है। कर्मचारी सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का इस्तीफा मांग रहे हैं।
पिछले महीने सेबी के कर्मचारियों ने इस मामले में वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर टॉक्सिक वर्क कल्चर पर चिंता जताई थी। कर्मचारियों ने लीडरशिप पर कठोर भाषा का उपयोग करने, अनरियलिस्टिक टारगेट सेट करने और माइक्रोमैनेजमेंट का आरोप लगाया था। ZEE के फाउंडर सुभाष चंद्रा ने SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर पक्षपात, भ्रष्टाचार और अनैतिक व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि SEBI चेयरपर्सन भ्रष्ट हैं, क्योंकि सेबी में पद संभालने से पहले बुच और उनके पति की संयुक्त आय लगभग 1 करोड़ रुपए प्रति वर्ष थी, जो अब 40-50 करोड़ रुपए प्रति वर्ष हो गई है।