जी एंटरटेनमेंट और सोनी इंडिया के बीच सारे विवाद खत्म, शेयर 12 पर्सेंट भागा
मुंबई- जी एंटरटेनमेंट और सोनी इंडिया सभी तरह के विवादों को निपटाने के लिए सहमत हो गई हैं। जी एंटरटेनमेंट ने बताया कि उसने सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र के समक्ष सभी आवेदनों, दावों को वापस लेने सहित सभी विवादों को निपटाने के लिए कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (सोनी इंडिया) और बांग्ला एंटरटेनमेंट के साथ समझौता किया है। इसमें 10 अरब डॉलर की डील को खत्म करना भी शामिल है। इस घोषणा के बाद जी के शेयरों में 11 फीसदी से अधिक की उछाल आई।
कंपनी का शेयर 11.61% की तेजी के साथ 150 रुपए पर बंद हुआ। सोनी के साथ मर्जर टर्मिनेशन डिस्प्यूट सुलझने से जी एंटरटेनमेंट के शेयर में यह तेजी देखने को मिली है। जी ने कहा कि उसने मर्जर के टर्मिनेशन को लेकर सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ सभी विवादों को निपटाने के लिए एक समझौता किया है।
दोनों कंपनियों ने कहा कि समझौते की शर्तों के तहत किसी भी पक्ष पर दूसरे के प्रति कोई बकाया या जारी दायित्व या देनदारी नहीं होगी। मर्जर कॉर्पोरेशन एग्रीमेंट से संबंधित सभी विवादों को सुलझाते हुए एक नॉन-कैश सेटलमेंट पर पहुंच गए हैं।
दोनों कंपनियों के बयान के अनुसार, ‘यह समझौता कंपनियों के बीच आपसी समझ से हुआ है, ताकि वे स्वतंत्र रूप से नए उद्देश्य के साथ भविष्य के विकास के अवसरों पर काम कर सकें। साथ ही अपने मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस पर फोकस कर सके, जो सभी विवादों के निर्णायक निष्कर्ष को दर्शाता है।’
इससे पहले 23 मई को जी एंटरटेनमेंट ने सोनी ग्रुप की कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट और बांग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (BEPL) को टर्मिनेशन फीस के हिस्से के रूप में 90 मिलियन डॉलर का भुगतान करने को कहा था। जी एंटरटेनमेंट ने इस बात की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी थी।
जी एंटरटेनमेंट ने फाइलिंग में कहा था, ‘सोनी ग्रुप की इंडिया मीडिया यूनिट कल्वर मैक्स और BEPL मर्जर कॉरपोरेशन एग्रीमेंट (MCA) के तहत अपने दायित्वों का पालन करने में विफल रहे हैं। इसलिए, कंपनी ने MCA को समाप्त कर दिया है और कल्वर मैक्स और BEPL को MCA के अनुसार, टर्मिनेशन फीस यानी 90 मिलियन डॉलर (750 करोड़ रुपए) के बराबर कुल राशि का भुगतान करने के लिए कहा है।’
अपने प्रपोज्ड मर्जर की घोषणा के दो साल से ज्यादा समय के बाद सोनी ने 22 जनवरी को डील को खत्म करने की घोषणा की थी। वहीं सोनी ने ZEEL पर क्लोजिंग पीरियड को एक महीने बढ़ाने के बाद भी क्लोजिंग कंडीशंस को पूरा नहीं करने का आरोप भी लगाया था। हालांकि, ZEEL का कहना है कि वह अधिकांश शर्तों को पूरा करने को तैयार है।