आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के एसेट एलोकेटर में निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिला
मुंबई- सोना, कमोडिटी और शेयर बाजार ने इस साल अब तक 12 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। वैश्विक स्तर पर विपरीत आर्थिक स्थितियों के बावजूद भारत में इन तीनों ने 15 फीसदी तक फायदा दिया है।
यह बहुत तार्किक लगता है जब कोई विशेषज्ञ कहता है कि पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका कम कीमत पर खरीदना और अधिक कीमत पर बेचना है। लेकिन सवाल यह है कि हम कैसे समझें कि क्या कीमत कम है और क्या अधिक? हम कैसे जानें कि निवेश करने का यही सही समय है? या बाहर निकलने का सही समय है? इसलिए, ऐसे फंड में निवेश किया जाए जहां पूर्व-निर्धारित नियम यह तय करते हो कि फंड कब निवेश करेगा और कब मुनाफा काटेगा। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट एलोकेटर फंड इक्विटी, डेट और सोने में निवेश करता है। यह इन-हाउस वैल्यूएशन मॉडल का उपयोग करता है।
नए कराधान नियमों के तहत शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर अभी भी स्लैब के अनुसार कर लगाया जाता है। लेकिन लांग टर्म कैपिटल गेन पर अब 12.5 फीसदी की निश्चित दर से टैक्स लगाया जाता है। निवेशक कम से कम 24 महीने तक फंड को रोक कर इस दर से लाभ उठा सकते हैं। एसेट अलोकेटर फंड बिना किसी परेशानी के निवेश का माहौल प्रदान करता है। यह फंड एक पारदर्शी एग्जिट लोड स्ट्रक्चर भी प्रदान करता है। यदि किसी अन्य स्कीम से खरीदी गई या स्विच की गई यूनिट्स को आवंटन की तारीख से एक वर्ष के भीतर भुनाया या स्विच किया जाता है, तो 30 फीसदी तक की यूनिट्स को बिना किसी शुल्क के बाहर निकाला जा सकता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के एसेट अलोकेटर फंड में तीन साल में 10,000 रुपये का निवेश 14,819 रुपये हो गया है। इसी दौरान बेंचमार्क क्रिसिल हाइब्रिड 50+50 – मॉडरेट इंडेक्स में यह राशि 14,498 रुपये थी। 18 दिसंबर 2003 को इसकी शुरुआत में एक लाख का निवेश अब 11.13 रुपये लाख हो गया हो गया है। यानी 12.39 फीसदी का चक्रवृद्धि रिटर्न। ये आंकड़े फंड के मजबूत प्रदर्शन को दिखाते हैं जिससे निवेशकों में भरोसा पैदा होता है।