बढ़ते कर्ज के कारण दुनियाभर के शेयर बाजारों में आएगी आएगी बड़ी गिरावट
मुंबई- दुनियाभर के शेयर बाजारों में आगे बड़ी गिरावट आने वाली है। यह ऐसी गिरावट होगी, जो शायद कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ देगी। इसका कारण देशों के बीच तनाव और भारत सहित सभी प्रमुख देशों पर भारी-भरकम कर्ज है। दिग्गज अमेरिकी निवेशक जिम रोजर्स ने कहा, मैं बहुत ज्यादा नकदी लेकर बाजार की भारी गिरावट का इंतजार कर रहा हूं।
एक इंटरव्यू में जिम रोजर्स ने मंगलवार को कहा, अमेरिका सहित दुनिया में लंबे समय से समस्या बनी हुई है। मेरे पास बहुत अधिक नकदी है। मुझे उम्मीद है कि अगली बिकवाली मेरे जीवनकाल की सबसे खराब होगी। मैं चिंतित हूँ। मैं इस पतन के आने का इंतजार कर रहा हूं, क्योंकि मैं जानता हूं कि यह बहुत बुरा होने वाला है। इसे मैं भी नहीं जानता हूं। ऐसे में निवेशकों को इस समय अपने पास नकदी रखने की जरूरत है।
अनुभवी निवेशक जिम रोजर्स को बढ़ते वैश्विक कर्ज के कारण गंभीर वित्तीय पतन की आशंका है। इसी कारण वॉरेन बफे की बर्कशायर हैथवे ने भी शेयरों की बिकवाली कर 277 अरब डॉलर की नकदी अपने पास रखी है। बफे के साथ भारतीय म्यूचुअल फंड सहित शीर्ष निवेशकों ने भी बाजार में उथल-पुथल की आशंका को देखते हुए शेयरों की बिक्री कर नकदी रख लिया है।
भारतीय म्यूचुअल फंडों के पास जून तक 1.52 लाख करोड़ रुपये की नकदी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की संभावित गिरावट को देखते हुए इस समय सतर्क रहें। निवेश के लिए इंतजार करें। रोजर्स ने सुझाव दिया कि छोटे निवेशकों को यह देखना चाहिए कि बड़े निवेशक कैसे शेयरों की बिकवाली कर नकदी जुटा रहे हैं।
बफे ने बाजार में आने वाली मुश्किलों को पहले ही भांप लिया। यही कारण है कि उन्होंने अमेरिका में मंदी की आशंका और मध्य पूर्व देशों के बीच तनाव जैसी खबरों से पहले ही शेयरों की बिकवाली शुरू कर दी थी और नकदी जुटा ली।