पहली तिमाही में राजस्व घटने से विप्रो का शेयर 9 पर्सेंट से ज्यादा टूट गया
मुंबई- पहली तिमाही के नतीजे के बाद विप्रो के शेयर में करीब 9% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली। दिनभर कारोबार करने के बाद कंपनी का शेयर 9.31% की गिरावट के साथ 505.35 के स्तर पर बंद हुआ। दरअसल, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा तो बढ़ा है, लेकिन रेवेन्यू में गिरावट आई है। अप्रैल-जून तिमाही में विप्रो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.63% बढ़कर 3,003 करोड़ रुपए रहा।
एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2,870 करोड़ रुपए था। हालांकि, विप्रो के आय (रेवेन्यू) में सालाना आधार पर 3.8% की गिरावट आई है। Q1FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 21,964 करोड़ रुपए रहा। जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में रेवेन्यू 22,831 करोड़ रुपए था। कंपनी ने शनिवार, 20 जुलाई को नतीजे जारी किए थे।
पिछले 5 दिन में विप्रो के शेयर में 9% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, पिछले एक महीने में विप्रो के शेयर ने 3.02% और 6 महीने में 7.54% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। वहीं, इस साल अब तक कंपनी के शेयर में 5.91% की तेजी देखने को मिली है।
Q1FY25 में विप्रो की नेट इनकम बढ़कर 3604 करोड़ रुपए हो गई है, जो सालाना आधार पर 4.6% और तिमाही आधार पर 5.9% की बढ़ोतरी है। विप्रो लिमिटेड एक लीडिंग टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है। इसके 2.45 लाख से ज्यादा एम्प्लॉइज है और 65 देशों में इसकी प्रेजेंस है। अजीम प्रेमजी को 1966 में 21 साल की उम्र में अपने पिता से विप्रो का कंट्रोल विरासत में मिला था।

